NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 1 March, 2019 5:35 PM IST

कृषि विज्ञान केंद्र ने हाल ही में अपनी वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति (SAC) की बैठक का आयोजन किया. जिसमें उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के तरीकों पर चर्चा की. बैठक में इस बात पर ख़ास ध्यान दिया गया कि किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे दिया जा सकता है.

28 फरवरी को कृषि विज्ञानं केंद्र उत्तरप्रदेश के शामली में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक हुई. इस बैठक का संचालन डॉ. विकास कुमार के  द्वारा किया गया. इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में संयुक्त निदेशक, प्रसार, स.ष.प कृषि विश्वविद्यालय, मेरठ द्वारा किया गया.

डॉ. गोपाल सिंह ने इस अवसर पर गन्ने की फसल के ऊपर अधिक प्रशिक्षण एवं सत फसली की खेती करने का सुझाव दिया. कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. सतीश कुमार ने पिछले वर्ष में केंद्र द्वारा किए जा रहे कार्यों का प्रस्तुतिकरण किया और इसके साथ आने वाले वर्ष में करने वाले कार्यों के बारे में बताया.  इसके साथ -साथ उन्होंने सम्मानित सदस्यों को कार्य योजना से सम्बंधित सुझाव दिए.

इसी क्रम से डॉ. एस.पी सिंह (शस्य  वैज्ञानिक ) और डॉ. औंकार सिंह (उद्यान वैज्ञानिक ) द्वारा अपनी प्रगति और आगामी कार्य योजना पेश की गई. इस अवसर पर उप-कृषि निदेशक डॉ. शिव कुमार ने कहा कि किसानों की आय दुगनी करने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाना चाहिए.

विश्वविद्यालय से डॉ. आर.के.नरेश (प्रद्यापक) सस्य विज्ञान द्वारा सुझाव दिया गया कि फसल अवशेष प्रबंधन पर जरूरी कार्य योजना बनाई जानी चाहिए.

डॉ. डी.के सिंह द्वारा पशुपालन के बारे में खनिज मिश्रण के प्रयोग पर जोर दिया गया.  इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी, पशु चिकित्सा, कृषि रक्षा अधिकारी और डी.डी.एम,नाबार्ड व प्रगतिशील कृषक श्री मुकेश कुमार, श्रीमति बबिता देवी एवं श्रीमती मालती देवी आदि सदस्यों द्वारा कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए.

English Summary: kvk important agriculture meet for farmers's increase income
Published on: 01 March 2019, 05:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now