सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 21 February, 2019 5:49 PM IST

'केवीके' बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश ने हाल ही में अपनी वार्षिक वैज्ञानिक सलाहकार समिति (SAC) की बैठक आयोजित की . जिसमें उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के तरीकों पर चर्चा की. बैठक में इस बात पर भी ध्यान दिया गया कि किसानों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे दिया जा सकता है. बता दे कि 'केवीके'  बुलंदशहर NH-91 पर स्थित है, जो नई दिल्ली से लगभग 72 किमी दूर है. 'केवीके' बुलंदशहर के प्रमुख श्री शिव सिंह केवीके के सभी गतिविधियों और कार्यक्रमों को देखते हैं.

हाल ही में 'सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय' के निदेशक विस्तार डॉ. एस.के सचान ने कहा कि वर्तमान में सरकार 2022 तक खेती करने वालों की मदद करने और उनकी आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कई कृषि योजनाएं चला रही है. बैठक के दौरान पुलवामा हमले में मारे गए सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि भी दी गई.एसएसी की बैठक में उप निदेशक आरपी सिंह, जिला कृषि अधिकारी, अश्विनी कुमार सिंह, जिला गन्ना अधिकारी, डीके सैनी, डॉ. बीआर सिंह भी उपस्थित थे.

गौरतलब है कि 'केवीके' बुलंदशहर में कृषि के साथ बागवानी, पशुपालन विभाग, इफको, गैर सरकारी संगठन, डीएएसपी, एटीएमए और सहकारी बैंक सहित विभिन्न संस्थान शामिल हैं.

जिले में मुख्य फसलों की खेती, उत्पादन और उत्पादकता

 

क्र.सं


फसल

 

क्षेत्र (हेक्टेयर)

 

उत्पादन

(Qtl)

 

उत्पादन (Qtl)/(hect )

1.

गेहूं

197779

7978404

40.34

2.

गन्ना

51473

30495693

592.46

3.

धान

74681

1753509

23.48

4.

मक्का

53783

1213344

22.56

5.

कबूतर मटर

10795

70923

6.57

6.

सरसों

8013

95675

11.94

7.

आलू

7558

1423322

188.32

English Summary: kvk bulandshehr discuss doubling farmers income
Published on: 21 February 2019, 05:53 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now