ओडिशा के सभी किसानों को एक साथ लाने के लिए कृषि जागरण के द्वारा आज से उड़ीसा में तीन दिवसीय 'कृषि संयंत्र' सम्मेलन शुरू हो गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस सम्मेलन में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला और पूर्व केंद्रीय एमएसएमई और एफएएचडी राज्य मंत्री और सांसद प्रताप चंद्र सारंगी (सांसद बालासोर) ने भाग लिया और अपने अमुल्य विचारों को व्यक्त किया और साथ ही उन्होंने इस सम्मेलन में लगी प्रदर्शनी का भी दौरा किया. इसके अलावा इन्होंने सम्मेलन में मौजूद कई किसानों को सम्मानित भी किया.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने की कृषि जागरण की तारीफ
इस 'कृषि संयंत्र' सम्मेलन में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री, नरेंद्र सिंह तोमर वर्चुअल माध्यम से जुड़े. उन्होंने कृषि जागरण के कार्यों को सराहा और कहा कि कृषि जागरण ने अच्छे किसानों को अपने साथ जोड़ा है. मैं अपनी ओर से और भारत सरकार की तरफ से इस सम्मेलन को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के हितों के लिए बहुत ही समर्पित है. सरकार ने ऐसी कई योजनाएं बनाई है, जिससे उनको लाभ प्राप्त हो सके. इन्हीं में पीएम किसान योजना है, जिसमें देश के सबसे अधिक किसान शामिल है और अभी तक 11.50 करोड़ किसानों के खाते में पैसा पहुंच चुका है. देशभर के किसानों के साथ-साथ इस योजना का लाभ उड़ीसा के किसान भाइय़ों को भी मिल रहा है. ताकि वह अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार कर सकें. इसी के साथ उन्होंने कहा कि इस कृषि संयंत्र सम्मेलन से किसानों को लाभ पहुंचेगा और साथ ही टेक्नॉलजी का इस्तेमाल कर अपनी खेती को आधुनिक व उन्नत खेती में बनाने में सहायता मिलेगी.
प्रताप चंद्र सारंगी ने बालेश्वर के किसानों का किया धन्यवाद
'कृषि संयंत्र' सम्मेलन में बालेश्वर के MP प्रताप चंद्र सारंगी ने यहां के किसानों व जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि किसानों को इस सम्मेलन के माध्यम से कृषि कार्यों को करने में काफी मदद मिलेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां के किसान वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल करें और साथ ही अपने प्राकृतिक खेती को भी अपनाना चाहिए. इस सम्मेलम में प्रताप चंद्र सारंगी ने अधिक से अधिक किसानों को जुड़ने की भी अपील की.
हर गांव हो किसान पत्राकर
इस सम्मेलन में पशुपालन और डेयरी मंत्री, परषोत्तम रूपाला ने कृषि जागरण के संस्थापक MC Dominic की तारीफ और साथ ही उड़ीसा के किसानों की भी तारीफ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 1200 किसान कृषि जागरण में किसान पत्रकार बन चुके हैं. कृषि जागरण के (FTJ) किसान पत्राकर खेती-किसानी, पशुपालन आदि कार्यों की जानकारी देश के हर एक किसान तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं. कृषि जागरण सिर्फ किसानों के लिए समर्पित है और पत्रकार क्षेत्र में ऐसा होना देश के उज्जवल भविष्य के लिए अच्छा है. हमारे देश के जितने गांव है, वहां पर कृषि जागरण का एक किसान पत्रकार होना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर छोर के लिए विकास योजनाएं बनाई हैं. हमारे देश में सारी पॉलिसी में किसानों को लाभ दिलाने के बारे में सोचा जाता है. इसी कड़ी में कृषि जागरण भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है.
MC Dominic ने किया सभी अतिथियों का स्वागत
कृषि संयंत्र में कृषि जागरण के संस्थापक MC Dominic ने कहा कि कैसे हम किसान भाइयों की मदद कर सके और उनकी आय को कैसे बढ़ा सके इसके ऊपर कार्य कर रहे हैं. हमारा मकसद यह है कि हम किसानों तक सही जानकारी पहुंचा सकें. इस कार्यक्रम में हम देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसे कंपनी और तकनीक को लाकर प्रदर्शित कर रहे हैं, जिसके माध्यम से किसान को लाभ पहुंच सके. इस कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों का स्वागत किया.
कृषि संयंत्र के बारे में...
बता दें कि यह सम्मेलन कृषि जागरण द्वारा 25 से 27 मार्च 2023 तक आयोजित किया जाएगा, जिसका विषय ''एक्सप्लोर द अनएक्सप्लोर्ड एग्री ओडिशा'' है. इस मेले में निर्माताओं, डीलरों और कृषि मशीनरी और उपकरणों के वितरकों सहित 200 से अधिक प्रदर्शकों के भाग लेने की उम्मीद है. इस दौरान प्रदर्शनी में ट्रैक्टर, सीड ड्रिल, प्लांटर्स, कल्टीवेटर, हार्वेस्टर और अन्य कृषि उपकरणों सहित नवीन कृषि तकनीकों की एक विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन होगा. इस सम्मेलन में आगंतुकों को नवीनतम कृषि मशीनरी और उपकरणों का लाइव प्रदर्शन देखने का भी मौका मिलेगा.
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इस 3 दिवसीय आयोजन में इन प्रौद्योगिकियों के उपयोग के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान करने और किसी भी प्रश्न का उत्तर देने के लिए विशेषज्ञ भी मौजूद होंगे. कृषि संयंत्र मेला 2023 किसानों और कृषकों के लिए नवीनतम कृषि प्रौद्योगिकी और उपकरणों के बारे में जानने, विचारों का आदान-प्रदान करने और उद्योग के पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने का एक शानदार अवसर है.
सम्मेलन में प्रदर्शनी ओडिशा के कृषि और संबद्ध क्षेत्रों को प्रोत्साहित करेगी और बाल्टीमोर जिले के कृषि क्षेत्र को और बढ़ाएगी. यह कार्यक्रम किसानों के साथ-साथ जैव-कृषि कंपनियों और अन्य कृषि और संबद्ध संगठनों के लिए एक उचित मंच होगा.