Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 14 November, 2022 10:48 AM IST
Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा मुरैना में आयोजित 3 दिनी वृहद कृषि मेला, प्रदर्शनी व प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 नवंबर को संपन्न हुआ. तीसरे व अंतिम दिन भी हजारों किसानों ने इसमें शिरकत की. समापन समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष व सांसद वी.डी. शर्मा  थे, अध्यक्षता केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री व क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर ने की. म.प्र. के कृषि मंत्री  कमल पटेल, मुरैना के प्रभारी मंत्री  भारत सिंह कुशवाह व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष  दर्शन सिंह चौधरी विशेष अतिथि थे. इस मौके पर  तोमर ने कहा कि यह कृषि मेला चंबल-ग्वालियर अंचल के लिए उन्नत कृषि की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा, वहीं शर्मा ने कृषि क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कई ठोस उपाय करने के लिए प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी व कृषि मंत्री  तोमर को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं से छोटे किसानों को फायदा हो रहा है, वे आगे बढ़ रहे हैं. 

Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena

केंद्रीय मंत्री तोमर ने इस कृषि मेले में हजारों किसानों को प्रशिक्षण देकर उनका मार्गदर्शन करने के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) सहित देशभर के कृषि संस्थानों से जुड़े वैज्ञानिकों का धन्यवाद दिया एवं आयोजन में सहयोग के लिए म.प्र. शासन व जिला प्रशासन के साथ ही केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों तथा स्टाल लगाने के लिए विभिन्न कृषि संस्थानों तथा कंपनियों का भी आभार माना. तोमर ने कहा कि हमारा देश और चंबल क्षेत्र भी कृषि प्रधान हैं. हम कृषि को जितना ताकतवर बनाएंगे, उतना ही ताकतवर देश व चंबल क्षेत्र भी बनेगा. कृषि की अर्थव्यवस्था में इतनी ताकत है कि देश पर कभी भी कोई संकट आए तो कृषि क्षेत्र उससे देश को उबार सकता है.

तोमर ने कहा कि पहले कृषि संबंधित योजनाएं उत्पादन केंद्रित थी लेकिन आज किसानों की आय बढ़ाने से संबंधित नीतियां अपनाई जा रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबसे कहा कि किसानों की आमदनी दोगुना से अधिक होनी चाहिए, तबसे केंद्र व राज्य सरकारों और किसानों,  सभी ने मिलकर इस दिशा में प्रयास किए हैं. नगर (कश्मीर) में केसर की खेती होती है, वहां के किसान पहले एक लाख रु. किलो केसर बेचते थे, वहां केंद्र सरकार ने केसर पार्क विकसित किया व सुविधाएं बढ़ाई तो अब केसर दो लाख रु. किलो के भाव बिकती है. प्रधानमंत्रीजी के विजन के फलस्वरूप किसानों की आय दोगुना से लेकर आठ गुना तक बढ़ी है. हमारे कृषि वैज्ञानिकों ने देशभर के 75 हजार किसानों का डॉक्यूमेंटेशन किया है, जो सार्वजनिक है. किसान खुद कह रहे हैं कि मोदी सरकार के बाद उनकी आमदनी दोगुना से अधिक बढ़ी है.

Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि खेती की लागत कम हो और किसानों की आमदनी बढ़ती रहे. उत्पादों की गुणवत्ता भी उच्च किस्म की होनी चाहिए. खेती में पानी का कम उपयोग होना चाहिए, सूक्ष्म सिंचाई की ओर ज्यादा जाना चाहिए. खेती में यूरिया, डीएपी का कम उपयोग हो, वहीं बायोफर्टिलाइजर एवं नैनो यूरिया का इस्तेमाल बढ़ना चाहिए. जैविक व प्राकृतिक खेती की ओर जाना चाहिए. प्राकृतिक खेती से गायों की उपयोगिता भी बढ़ेगी. गोबर-गौमूत्र से फर्टिलाइजर बनाएंगे तो पैसा बचेगा व इससे जो उत्पादन होगा, वह स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होगा.  तोमर ने कहा कि देश में 86 फीसदी छोटे किसान हैं, जिनके उत्थान के लिए सरकार ने 10 हजार नए एफपीओ गठित करने की योजना बनाई है और 6,865 करोड़ रु. के खर्च से इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. तिलहन की कमी को पूरा व आयात निर्भरता कम करने के लिए सरकार ने ऑयल पाम मिशन बनाया, जिस पर 11 हजार करोड़ रु. खर्च किए जाएंगे.

तोमर ने क्षेत्र के किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि किसानों को आज पानी की नहीं, ज्ञानी की जरूरत है, जो कि चंबल के क्षेत्र में देशभर से आएं. इनके ज्ञान से किसान लाभान्वित होने के साथ ही अपनी खेती को उन्नत बनाएंगे. किसान तकनीक का प्रयोग करेंगे तो इसका फायदा नई पीढ़ी को भी मिलेगा और गांवों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.

सांसद  शर्मा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री  तोमर  के नेतृत्व में आयोजित यह कृषि मेला उन्नत खेती के लिए काफी मददगार साबित होगा. मेले में देशभर में हुए प्रयोगों को किसानों के बीच लाकर किसानों को पारंगत बनाने का प्रयास किया गया है. यहां से किसान जो सीखकर जा रहे हैं, उसके माध्यम से खेती में नए-नए प्रयोग करने का प्रयास करेंगे. प्रधानमंत्री  मोदी और  तोमर के नेतृत्व में खेती में नई-नई तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है, किसानों को अपडेट किया जा रहा है. मोदीजी ने सत्ता संभालने के बाद किसानों की आय दोगुना करने का संकल्प लिया, जिसे पूरा करने के लिए कृषि मंत्रालय ने देशभर में काम किया है, वहीं म.प्र. में भी मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों के लिए बेहतर काम हो रहा है. इसका प्रमाण म.प्र. द्वारा 7 बार से कृषि कर्मण अवॉर्ड जीतना है. उन्होंने कहा कि सिंचाई सुविधाएं बढ़ी है, बिजली संकट भी खत्म किया गया, वहीं किसानों के लिए बाजार भी उपलब्ध है. म.प्र. के एक-एक गांव में सड़क कनेक्टिविटी है.  शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कोरोना संकटकाल में भी किसानों को ताकत देने का काम किया, किसानों की चिंता करते हुए उनके सम्मान में सम्मान निधि के साथ हर किसान को ताकत देने का काम किया है.

Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena

म.प्र. के कृषि मंत्री  पटेल ने कहा कि हमारा देश गांवों व किसानों का देश है. म.प्र. भी कृषि प्रधान है. अटलजी जब पहली बार प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने गांवों की चिंता की. गांवों में 68 फीसदी बजट खर्च किया, इसी तरह मोदी सरकार ने किसानों की चिंता की व ऐसी योजनाएं बनाई, जिनसे किसानों की आय दोगुना हो व खेती लाभ का धंधा बने. म.प्र. में किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार शून्य प्रतिशत ब्याज पर किसानों को ऋण दे रही है. इल्ली से हुए नुकसान को भी आपदा माना गया. म.प्र. सर्वाधिक फसल बीमा क्लेम देने वाला राज्य है. सरकार ने वन ग्राम को भी बीमा में शामिल किया है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई प्रयत्न किए गए हैं. यह सब सत्ता परिवर्तन से व्यवस्था परिवर्तन है.

Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena

मेले के अंतिम दिन प्राकृतिक खेती, फसल विविधीकरण एवं मृदा परीक्षण , डेयरी उद्यमिता, जैव उर्वरक , मशरुम उत्पादन , मछली उत्पादन , बकरी पालन , पशु पोषक तत्व, जल सरंक्षण , मिलेट उत्पादन एवं प्रसंस्करण, पुष्प उत्पादन जैसे विषयों पर किसानों को प्रशिक्षित किया गया. इस अवसर पर केवीके के नवनिर्मित बीज भवनों का लोकार्पण भी किया गया. कार्यक्रम में  रघुराज सिंह कंसाना,  गिर्राज दंडोतिया, आरती गुर्जर,  रूस्तम सिंह,  मुंशीलाल,  सूबेदार सिंह,  शिवमंगल सिंह,  योगेशपाल गुप्ता सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं क्षेत्र के पदाधिकारी भी उपस्थित थे.

Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena
Kisan Mela: Large agricultural fair in Morena
English Summary: Kisan Mela: Large agricultural fair, exhibition and training concluded in Morena, thousands of farmers of the region took benefits
Published on: 14 November 2022, 11:00 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now