21 नवंबर को वर्ल्ड फिशरी डे मनाया जाता है. हर दिवस का अपना एक अलग महत्व होता है. ऐसे में देशभर में केंद्र ने देश में सभी पात्र पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन करने वाले किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) प्रदान करने के लिए सोमवार को एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया. इसके जरिये अगले तीन महीनों में लगभग दो करोड़ लोगों को नामांकित करने का लक्ष्य है.
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने आभासी तौर पर 15 नवंबर, 2021 से 15 फरवरी, 2022 तक 'राष्ट्रव्यापी एएचडीएफ केसीसी अभियान' शुरू किया. सरकार ने वर्ष 2018-19 के बजट में पशुपालकों और मछुआरों के लिए केसीसी सुविधा के विस्तार की घोषणा की थी, ताकि उनकी कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की जा सके.
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रूपाला ने कहा कि अभियान का उद्देश्य देश के सभी पात्र पशुपालन, डेयरी और मत्स्यपालन करने वाले किसानों को केसीसी प्रदान करना है और यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें संस्थागत ऋण मिले.
पशुपालन और डेयरी विभाग, मत्स्य विभाग और वित्तीय सेवा विभाग इस अभियान का आयोजन कर रहे हैं. इस अभियान को आयोजित करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देशों से संबंधित सर्कुलर 10 नवंबर को राज्यों को जारी किया गया है. वित्तीय सेवा विभाग द्वारा बैंकों के साथ-साथ राज्य सरकार को भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं. आज के बदलते समय की बात करें.
तो हमारे समाज में कई ऐसे किसान हैं जो खेती-बाड़ी संग मछलीपालन और पशुपालन का भी शौक रखते हैं. आपको बता दें कम जमीनों का सही उपयोग कर एक साथ इन सभी चीज़ों को कर अच्छा मुनाफ़ा कमा रहे हैं. सिर्फ इतना ही नहीं इस तरह के कामों के लिए सरकार भी किसानों की मदद करती आई है.