किसान क्रेडिट कार्ड योजना (Kisan Credit Card Scheme) भारत सरकार की एक ऐसी योजना है, जो किसानों को समय पर खेती संबंधी ऋण उपलब्ध कराती है. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना 1998 में किसानों को अल्पकालिक औपचारिक ऋण प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी और नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) द्वारा बनाई गई थी.
दरअसल, केसीसी योजना यह सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई थी कि कृषि, मत्स्य पालन और पशुपालन क्षेत्र में किसानों के लिए ऋण आवश्यकताओं को पूरा किया जा रहा है. इसी क्रम में राष्ट्रव्यापी एएचडीएफ केसीसी अभियान’(AHDF KCC Campaign) के तहत अब सरकार पशुपालन के क्षेत्र में राष्ट्रीय अभियान शुरू करने जा रही है. इस अभियान के तहत उन सभी दुग्ध संघों से जुड़े डेयरी किसानों (Dairy Farmers) को सम्मिलित करने का प्रयास किया जाएगा, जिन्हें पहले अभियान में अभी तक शामिल नहीं किया गया है.
इस अभियान का उद्देश्य देश के सभी पशुपालन करने वाले किसनों को किसान क्रेडिट का लाभ मिल सके. यह अभियान 15 नवम्बर 2021 से लेकर 15 फरवरी 2022 तक चलेगा. इसमें सरकार उन सभी पशुपालन (Animal Husbandry) करने वाले किसानों को शामिल किया जायेगा, जो गाय पालन, सूअर पालन, बकरी पालन आदि करते हैं.
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किसान क्रेडिट कार्ड की विशेषताएं और लाभ (Features and Benefits of Kisan Credit Card)
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किसानों को फसल के बाद के खर्चों के साथ-साथ कृषि और अन्य संबद्ध गतिविधियों की उनकी वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने का श्रेय दिया जाता है.
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डेयरी पशु, पंप सेट आदि जैसी कृषि आवश्यकताओं के लिए निवेश ऋण.
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इस योजना के तहत किसान 3 लाख रुपये तक का ऋण ले सकते हैं और उपज विपणन ऋण भी प्राप्त कर सकते हैं.
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पात्र किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के अलावा स्मार्ट कार्ड और डेबिट कार्ड के साथ आकर्षक ब्याज दर के साथ बचत खाता जारी किया जाएगा.
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क्रेडिट 3 साल तक की अवधि के लिए उपलब्ध है और फसल का मौसम खत्म होने के बाद पुनर्भुगतान किया जा सकता है
कितना मिलता पशुपालन लोन? (How Much Do You Get Animal Husbandry Loan?)
दरअसल, किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा केवल खेती करने वाले किसानों के लिए ही दी जाती थी, लेकिन अब सरकार पशुपालन करने वाले किसानों को भी केसीसी की सुविधा दे रही है इसमें खेती के लिए केसीसी द्वारा 3 लाख रूपए लोन दिया जाता है एवं पशुपालन पर २ लाख रूपए का लोन दिया जा रहा है.