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Updated on: 17 February, 2023 12:32 PM IST
गंगा किनारे प्राकृतिक खेती जैसे अभियान हुए शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी को ब्रह्माकुमारी और केंद्रिय जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से चलाए जा रहे जल-जन अभियान का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने इस अभियान के उद्देश्य और महत्ता पर बात की. साथ ही उन्होंने किसानों की खेती करने के लिए पानी संरक्षित करने की कई सारे योजनाओं का भी जिक्र किया. ऐसे में चलिए जानते हैं कि पीएम मोदी ने इस अभियान की शुरुआत करते हुए देश के किसानों के लिए क्या कहा.

गंगा किनारे प्राकृतिक खेती जैसे अभियान भी हुए शुरू

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते दशकों में हमारे यहाँ एक ऐसी नकारात्मक सोच भी बन गई थी कि हम जल संरक्षण और पर्यावरण जैसे विषयों को मुश्किल मानकर छोड़ देते हैं. कुछ लोगों ने ये मान लिया था कि ये इतने बड़े काम हैं कि इन्हें किया ही नहीं जा सकता! लेकिन बीते 8-9 वर्षों में देश ने इस मानसिकता को भी बदला हैऔर हालात भी बदले हैं. ‘नमामि गंगे’ इसका एक सशक्त उदाहरण है. आज न केवल गंगा साफ हो रही हैंबल्कि उनकी तमाम सहायक नदियां भी स्वच्छ हो रही हैं. गंगा के किनारे प्राकृतिक खेती जैसे अभियान भी शुरू हुए हैं. ‘नमामि गंगे’ अभियानआज देश के विभिन्न राज्यों के लिए एक मॉडल बनकर उभरा है.

किसान खेती में ड्रिप इरिगेशन तकनीक का करें इस्तेमाल

इस दौरान पीएम मोदी ने किसानों के लिए कहा कि खेती में पानी से संतुलित उपयोग के लिए देश ड्रिप इरिगेशन जैसी तकनीक को बढ़ावा दे रहा है. आप किसानों को इसके ज्यादा से ज्यादा प्रयोग के लिए प्रेरित करें. इस समय भारत की पहल पर पूरा विश्वइंटरनेशनल मिलेट ईयर भी मना रहा है. हमारे देश में मिलेट्सजैसे श्रीअन्न बाजराश्री अन्न ज्वारसदियों से खेती और खानपान का हिस्सा रहे हैं. मिलेट्स में पोषण भी भरपूर होता हैऔर इनकी खेती में पानी भी कम लगता है. इसलिएज्यादा से ज्यादा लोग अपने भोजन में मोटे अनाजों को शामिल करेंआप इसके लिए उन्हें बतायेंगे तो इस अभियान को ताकत मिलेगी और पानी का संरक्षण भी बढ़ेगा.

Catch the rain’ मूवमेंट की शुरुआत

पीएम मोदी ने कहा कि जल प्रदूषण की तरह हीगिरता भूजल स्तर भी देश के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसके लिए देश ने ‘Catch the rain’ मूवमेंट शुरू कियाजो अब तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश की हजारों ग्राम पंचायतों में अटल भूजल योजना के जरिए भी जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है. देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर के निर्माण का अभियान भीजल संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम है.

जल-जन अभियान’ क्यों महत्वपूर्ण है?

PM मोदी ने कहा कि जल-जन अभियान’ एक ऐसे समय में शुरू हो रहा हैजब पानी की कमी को पूरे विश्व में भविष्य के संकट के रूप में देखा जा रहा है. 21वीं सदी में दुनिया इस बात की गंभीरता को समझ रही है कि हमारी धरती के पास जल संसाधन कितने सीमित हैं. इतनी बड़ी आबादी के कारण वॉटर सेक्योरिटी भारत के लिए भी एक बड़ा प्रश्न है. इसलिए आजादी के अमृतकाल में आज देश ‘जल को कल’ के रूप में देख रहा है.

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जल रहेगातभी आने वाला कल भी रहेगा और इसके लिए हमें मिलकर आज से ही प्रयास करने होंगे. मुझे संतोष है कि जल संरक्षण के संकल्प को अब देश एक जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ा रहा है. ब्रह्मकुमारी के इस ‘जल-जन अभियान’ से जनभागीदारी के इस प्रयास को नई ताकत मिलेगी. इससे जल संरक्षण के अभियान की पहुँच भी बढ़ेगीप्रभाव भी बढ़ेगा. मैं ब्रह्मकुमारी संस्था से जुड़े सभी वरिष्ठ मार्गदर्शकों काइसके लाखों अनुयायियों का हृदय से अभिनंदन करता हूँ.

English Summary: Jal Jan Abhiyan: Natural farming started on the banks of the Ganges, PM Modi said while starting the Jal Jan Abhiyan
Published on: 17 February 2023, 12:43 PM IST

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