इंडिया टुडे का स्टेट ऑफ़ स्टेट्स कॉन्क्लेव 2019 में विभिन्न क्षेत्रों में विकास को लेकर चर्चा हुई और बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कार दिया गया. जिसमें हिमाचल की जयराम सरकार को स्वास्थ्य एवं शिक्षा में बेहतरीन सेवाओं के लिए स्टेट ऑफ दि स्टेट्स अवार्ड दिया गया. अवार्ड को केंद्रीय वन व पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर वितरित किए. अहम है कि हिमाचल प्रदेश को देश के बड़े राज्यों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ आंका गया है.
दिल्ली में आयोजित कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह अवार्ड हासिल किया. मुख्यमंत्री ने यह अवार्ड प्राप्त करने के बाद इसे प्रदेश का गौरव बताया. इस मौके पर हिमाचल प्रदेश की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 83 प्रतिशत साक्षरता दर के साथ प्रदेश केरल के बाद दूसरे स्थान पर है. राज्य में 15556 सरकारी व 3252 निजी स्कूल हैं. इसके अतिरिक्त 139 डिग्री कालेज, पांच विश्वविद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय छह मेडिकल कालेज और आईआईटी कार्य कर रहे हैं, जबकि शीघ्र ही एम्स भी खुलने जा रहा है.
उन्होंने कहा कि लोगों को उनके घरों के समीप गुणात्मक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं. राज्य सरकार ने पंजीकृत अस्पतालों में लाभार्थियों को निःशुल्क उपचार सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से हिमकेयर योजना आरंभ की है. इस योजना के अंतर्गत अभी तक 43 हजार लोगों उपचार सुविधा प्रदान करने पर 42 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं. प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना कारगर तरीके से कार्यान्वित की जा रही है और 35 हजार से अधिक लोगों को इसके अन्तर्गत चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए 33 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
उन्होने आगे कहा, हिमाचल जैसे प्रदेश में काम करना चुनौती भरा है. क्योंकि भौगलिक स्थितियां चुनौती पेश करती है. हिमाचल में विकास करना कठिन काम है. पर्यावरण के लिहाज से हिमाचल प्रदेश सबसे आगे है. आप वहां से नीला आसमान देख सकते हैं. इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेम खांडू उपस्थित रहे.