Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 July, 2022 5:53 PM IST
ITC launches MAARS app for farmers

भारत एक उभरता हुआ देश है. भारत में पांरपरिक रुप से खेती ही अर्थव्यवस्था में योगदान दे रही है. मगर कुछ कारणों से पिछले कुछ वर्षों से भारत में कृषि क्षेत्र पिछड़ने लगा है. सरकार किसानों को बढ़ावा देने के लिए कई योजना लेकर आ रही है और देश की बड़ी कंपनियां भी कृषि को उभारने के लिए बड़े कदम उठा रहे हैं. ऐसे ही देश की आईसी (ITC) कंपनी  ने किसानों की सुविधा के लिए एक ऐप लॉन्च किया है, जिसके जरिए देश के किसानों व एफपीओ संगठनों को एक मंच प्राप्त होगा.

आईटीसी के सीएमडी (CMD) संजीव पुरी ने एक वर्चुअल न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा कि सुपर ऐप मार्स (MAARS) किसानों को बाजार और वित्तीय लिंकेज के अलावा आधुनिक उपकरण, सही कीमतों पर इनपुट की सही गुणवत्ता प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाएगा.

किसान फसलों को आईटीसी को भी बेच सकते हैं

उन्होंने कहा कि किसानों के पास जमीन की खंडित जोत है. ऐप उन्हें सशक्त बनाएगा, वर्तमान में कंपनी ने 200 किसान उत्पादक संगठनों (FPO) के साथ शुरुआत की है, जिसमें 40,000 किसान शामिल हैं.  उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य 4000 एफपीओ और  1 करोड़ किसानों को छूना है. किसान अपनी उपज एफपीओ या मंडी या फिर आईटीसी जैसे खरीदार को बेच सकते हैं. जिसमें मार्स एप (MAARS) कृषक समुदाय में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकता है.

इसके अलावा, कंपनी उच्च गुणवत्ता और जैविक मिर्च, खेतों में जाने योग्य आम का गूदा, उचित व्यापार विशेषता कॉफी, गेहूं का आटा, और औषधीय और सुगंधित पौधों के अर्क जैसे मूल्य वर्धित क्षेत्रों के लिए मजबूत मॉडल विकसित करने के लिए किसानों के साथ सहयोग कर रही है.

ITC MAARS एक बहुत ही रचनात्मक मुद्रीकरण मॉडल के साथ एक गेम-चेंजिंग बिजनेस मॉडल है, जिसे ई-चौपाल 4.0 की नींव पर बनाया जाएगा. ई-चौपाल भौतिक पहलुओं के लिए जिम्मेदार है, जैसे कि प्रदर्शन फार्म, प्रमुख किसान, और सूचना राजमार्ग जो सभी लोगों को जोड़ता है. आईटीसी का मानना है कि "ITC MAARS”  उन्नत कृषि और ग्रामीण सेवाओं के लिए बाजारों में सुधार करेगा,

यह भी पढ़ें : WhatsApp New Features: व्हाट्सऐप में बहुत जल्द आएंगे यह बेहतरीन फीचर्स, ऐसे करें ON

कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों से किसानों की आय में बदलाव तो आएगा ही साथ में भारत में व्यापार जैसे निर्यात में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी. इस ऐप के जरिए किसानों को आपस में जुड़ने के लिए एक मंच भी मिलेगा, जिससे वह अपने विचार तथा फसलों को आदान प्रदान कर सकें.

English Summary: ITC launches MAARS app for farmers
Published on: 22 July 2022, 05:58 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now