International Fruit Day 2022: घर के बड़े बुजुर्ग हम सभी को फल खाने की सलाह जरूर देते हैं. फल खाने को लेकर कई सारी कहानियां भी बताई जाती हैं. जैसे की सीता मां ने वनवास में फल खाकर ही अपना जीवनयापन किया था. कहा जाता है कि फल में वो औषधीय गुण होते हैं, जिसे खाने से कैंसर जैसी बीमारी भी दूर भागती है. इस बात में कोई दोराय नहीं है कि फल हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण सुपरफूड है, इसलिए दुनियाभर में फलों के महत्व को लेकर 1 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय फल दिवस मनाया जाता है.
क्या आप सही समय पर फल खाते हैं?
इसके फायदे के बारे में बखान सुनकर ज्यादातर लोग फल खाते भी हैं, लेकिन इसमें से अधिकांश लोग ऐसे हैं, जिन्हें फल खाने का सही समय और तरीका नहीं पता होता हैं. ऐसे में वो कभी भी फल खा लेते हैं, जिसकी वजह से इसका पूरा फायदा हमारे बॉडी को नहीं पहुंच पाता है. फल खाने का गलत समय आपको कई बीमारियों की ओर भी ले जा सकता है, इसलिए इस लेख में हम आपको फल खाने का सही समय बताने जा रहे हैं.
फल खाने का सही समय क्या है? (What is the right time to eat fruits?)
आयुर्वेद के मुताबिक, फल को लेकर ध्यान देने योग्य दो बातें कही गई हैं.
पहला- फल को सुबह एकदम खाली पेट नहीं खाना चाहिए.
दूसरा- भोजन के साथ फल नहीं खाना चाहिए.
अब सवाल ये है कि फिर फल का सेवन कब करें? तो जान लें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फल खाने का सही समय सुबह नाश्ते के 2 से ढाई घंटे बाद या फिर लंच से 1-2 घंटे पहले हो सकता है. ऐसे में अगर देखें, तो ये समय ज्यादातर लोगों के लिए दोपहर 11 से 12 के बीच का होगा.
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इसके अलावा, आप फल का सेवन लंच के 1 से 2 घंटे बाद और डिनर के 2 से 3 घंटे पहले भी कर सकते हैं. इन सभी समय को देखे, तो आप कह सकते हैं कि फल खाने का सबसे सही समय स्नैक्स या फिर टी ब्रेक टाइम होता है. ये दिन का ऐसा वक्त होता है, जब अगर आप फल खाते हैं, तो इसका पूरा भोषण तत्व आपके बॉडी को मिलता है.
International Fruit Day कब मनाया जाता है?
दुनियाभर में 1 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय फल दिवस मनाया जाता है. ये दिवस पहली बार साल 2007 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन के वॉल पार्क में मनाया गया था. इस दिन का उद्देश्य फल के स्वास्थ लाभों के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना है. साथ ही रोजाना फल खाकर अपने शरीर को स्वस्थ रखने पर भी जोर देना है. इस दिन को लोग परिवार, दोस्तों और जरूरतमंदों के साथ सहानुभूति, खुशी और प्यार में फल बांटकर मनाते हैं.