मध्य प्रदेश में अब इडली और डोसा को लजीज बनाने वाली प्याज की ख़ास किस्म की खेती होगी. इसके लिए हाल ही में कर्नाटक की एक कंपनी ने प्रदेश के किसानों से कॉन्ट्रैक्ट किया है. जिसके तहत किसानों से प्याज की इस किस्म को 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से ख़रीदा जाएगा. हाल ही में इंदौर जिले के किसानों ने इस कंपनी से अनुबंध किया है. जो कि प्याज कि इस खास किस्म की खेती करेंगे.
ख़बरों के मुताबिक, इंदौर जिले के देपालपुर के 10 प्याज किसानों ने कर्नाटक की एक कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया है. जिसके बाद कंपनी ने इन किसानों को प्याज का बीज भी उपलब्ध करा दिया है. कंपनी इससे पहले महाराष्ट्र के किसानों से भी अनुबंध कर चुकी है. इस अनुबंध के मुताबिक कंपनी किसानों से 12 रुपये प्रति किलो के हिसाब से प्याज खेत से ही खरीद ले जाएगी. जिससे किसानों के भाड़े का पैसा भी बचेगा. वहीं यदि प्याज के दाम बढ़ते हैं तो अनुबंध के अनुसार किसानों से प्याज के दाम बढ़ाकर प्याज की खरीददारी की जाएगी.
मीठा और स्वादिष्ट होती है यह किस्म
प्याज की इस खास किस्म का उपयोग इडली और डोसा बनाने में किया जाता है. वहीं यह किस्म औषधीय गुणों से भरपूर होती है इसलिए दवा कंपनियां भी खरीददारी करती हैं. प्याज की यह किस्म सामान्य प्याज की तुलना में मीठा और स्वादिष्ट होता है. इसका उपयोग डोसा और सांभर बनाने में किया जाता है. कंपनी के डिप्टी मैनेजर नरेश मोडक का कहना हैं कि कंपनी ने महाराष्ट्र में 50 एकड़ जमीन पर प्याज की खेती के कॉन्ट्रैक्ट किया है. अब मध्य प्रदेश के किसानों से प्याज के लिए अनुबंध किया गया है. यहां 10 एकड़ क्षेत्र में किसान प्याज की खेती करेंगे.
200 क्विंटल का उत्पादन
बता दें कि मध्य प्रदेश में बढ़े पैमाने पर प्याज की खेती होती है. यहां प्रति एकड़ से 200 क्विंटल तक प्याज की पैदावार ली जा सकती है. कंपनी का कहना हैं कि महाराष्ट्र की तुलना में मध्य प्रदेश प्याज का उत्पादन कम क्षेत्र पर होता है लेकिन पैदावार अधिक ली जा सकती है. यहां की जमीन प्याज की खेती के लिए अनुकूल है. ऐसे में यहां से प्याज का अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद है.