तमिलनाडू में चेन्नई की निवासी डॉ. के. कृष्णावेनी आज भारत के जाने-माने शिक्षाविदों एवं उद्यमियों में से एक हैं. जीवन के शुरुआती दौर में मैथ और साइंस की विद्यार्थी रहीं कृष्णावेनी आज भारत के साथ-साथ विदेशों में कई NGO एवं स्वस्थापित संस्थाओं के माध्यम से हर स्तर के विद्यर्थियों को उच्च स्तर की शिक्षा को उपलब्ध करा रही हैं. वर्तमान में डॉ. के. कृष्णावेनी Mahalearning Education Pvt. Ltd की MD हैं साथ ही वह 2019 में स्थापित Kannanveni Investments LLC, दुबई की मैनेजर और पार्टनर भी हैं. इन्होने शिक्षक के तौर पर अपने कॅरियर की शुरुआत की थी और आज भारत में शिक्षा के क्षेत्र में इनकी कई तरह की संस्थाएं कार्यरत हैं.
02 मई को कृषि जागरण में पत्रकारों से रूबरू हुईं डॉ. के. कृष्णावेनी ने बताया कि आज वो भारत में शिक्षा के साथ ही साथ भारत में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन के साथ में उनके द्वारा शुरू किए जा रहे startup में उनकी सहायता के लिए भी तत्पर रहती हैं. उन्होंने बताया कि आज कोई भी महिला अगर उद्यम जगत में आने के लिए प्रयासरत है तो भारत सरकार के साथ राज्य सरकारें भी उनका पूरा सहयोग करती हैं. वर्तमान में महिला उद्यमियों के प्रोत्साहन के लिए चल रही कई तरह की योजनाओं की जानकारी भी दी.
डॉ. के. कृष्णावेनी के अनुसार वर्तमान में शिक्षा सरकार द्वारा लगभग पूरी तरह से मुक्त प्रदान की जा रही है. उन्होंने यह भी बताया की यह बच्चों के माता-पिता पर निर्भर करता है कि वह बच्चों को मुफ्त शिक्षा दिलवाना चाहते हैं या महंगी. वार्ता में उन्होंने बताया की भारत में सरकार कोई भी हो वह कभी भी भारत की आबादी के स्तर को देखते हुए शत प्रतिशत रोजगार उपलब्ध नहीं करा सकती है. इस काम के लिए युवाओं को नौकरी की तरफ बढ़ रहे रुझान को छोड़ कर छोटे स्तर से लेकर वैश्विक स्तर तक के उद्यम की तलाश करनी होगी. जिसके चलते वह खुद तो एक अच्छा रास्ता खोज ही सकते हैं साथ ही भारत में अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं.
कृष्णावेनी के अनुसार कृषि जगत में इनकी हमेशा से ही रूचि रही है वर्तमान में भी वह कई तरह की कृषि संस्थाओं से जुड़ी रहती हैं. अपने मन की बात कहते हुए उन्होंने बताया की वह कृषि जगत कुछ इस तरह की टेक्नोलॉजी कल्पना करती हैं जो किसानों की बिलकुल उसी तरह से मदद करे जैसे काम पड़ने पर OLA और Uber लोगों की सहायता करती है.
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