Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 9 October, 2021 4:01 AM IST
Rautola

आम भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय फल माना जाता है, इसलिए आम को फलों का राजा भी कहते हैं. इसकी खेती पूरे भारत में होती है. भारत में आम की लगभग 1500 किस्में पाई जाती हैं,  जो अपने स्वाद, रंग और आकार की खासियत के लिए जानी जाती हैं

आम की एक ऐसी किस्म रटौल भी है, जिसकी खेती पश्चिमी यूपी के क्षेत्र में होती है. इस किस्म के आम स्वाद और गुणों की वजह से काफी लोकप्रिय हैं. इस किस्म का नाम रटौल आम है, जिसे उत्तर प्रदेश के बागपत में उगाया जाता है. रटौल आम की इन्हीं खासियत की वजह से जीआई टैग (GI Tag) से सम्मानित किया गया है.

इस खबर को भी पढ़े - चावल की किस्म कोलम को मिला जीआई टैग, किसानों की आय में होगा इजाफा!

बता दें कि रटौल आम को वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा भौगोलिक संकेत (GI) प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है.

क्या है जीआई टैग? (What is GI Tag?)

GI टैग यानि जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग, जो एक प्रकार का लेबल होता है. इसमें किसी प्रोडक्ट को विशेष भौगोलिक पहचान दी जाती है. उस प्रोडक्ट की विशेषता या फिर नाम खासतौर से प्रकृति और मानवीय कारकों पर निर्भर करती है.

जीआई-टैग वाले लोकप्रिय भारतीय उत्पाद (Popular Indian Products with GI-Tag)

भारत के कई उत्पादों को जीआई-टैग मिल चुका है. जैसे बासमती चावल, मैसूर रेशम, मधुबनी पेंटिंग, जयपुर ब्लू पॉटरी, गोअन फानी, हैदराबादी हलीम, नागा मिर्चा, नागपुर नारंगी, मेरठ कैंची, अल्फांसो, कोणार्क स्टोन नक्काशी, मछलीपट्टनम कलमकारी आदि. इसके साथ ही कोटा डोरिया, फुलकारी, सिक्किम बड़ी इलायची, मकराना मार्बल, वेंगुर्ला काजू, पेथापुर प्रिंटिंग ब्लॉक, और कई अन्य भी शामिल हैं.

किसानों के लिए यह किस्म होगी फायदेमंद (This Variety Will Be Beneficial For Farmers)

अगर किसी उत्पादन को भारत सरकार द्वारा जीआई टैग प्रमाणित कर दिया जाता है, तो इसका मतलब यह है कि वो किस्म सबसे ख़ास है और अच्छी गुणवत्ता की है. बता दें कि रटौला आम के गुणों की वजह काफी मांग भी बढ़ जाती है. इसका निर्यात भी देश और विदेशों मे शुरू शुरू कर दिया गया है. किसानों को इस किस्म से काफी अच्छा मुनाफा भी प्राप्त होगा. किसान इसके निर्यात से अच्छा पैसा कमा सकते हैं.  

English Summary: indian rataul mango got gi tag
Published on: 09 October 2021, 04:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now