Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 October, 2021 4:01 AM IST
Rautola

आम भारत का सर्वाधिक लोकप्रिय फल माना जाता है, इसलिए आम को फलों का राजा भी कहते हैं. इसकी खेती पूरे भारत में होती है. भारत में आम की लगभग 1500 किस्में पाई जाती हैं,  जो अपने स्वाद, रंग और आकार की खासियत के लिए जानी जाती हैं

आम की एक ऐसी किस्म रटौल भी है, जिसकी खेती पश्चिमी यूपी के क्षेत्र में होती है. इस किस्म के आम स्वाद और गुणों की वजह से काफी लोकप्रिय हैं. इस किस्म का नाम रटौल आम है, जिसे उत्तर प्रदेश के बागपत में उगाया जाता है. रटौल आम की इन्हीं खासियत की वजह से जीआई टैग (GI Tag) से सम्मानित किया गया है.

इस खबर को भी पढ़े - चावल की किस्म कोलम को मिला जीआई टैग, किसानों की आय में होगा इजाफा!

बता दें कि रटौल आम को वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम में भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री द्वारा भौगोलिक संकेत (GI) प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया है.

क्या है जीआई टैग? (What is GI Tag?)

GI टैग यानि जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग, जो एक प्रकार का लेबल होता है. इसमें किसी प्रोडक्ट को विशेष भौगोलिक पहचान दी जाती है. उस प्रोडक्ट की विशेषता या फिर नाम खासतौर से प्रकृति और मानवीय कारकों पर निर्भर करती है.

जीआई-टैग वाले लोकप्रिय भारतीय उत्पाद (Popular Indian Products with GI-Tag)

भारत के कई उत्पादों को जीआई-टैग मिल चुका है. जैसे बासमती चावल, मैसूर रेशम, मधुबनी पेंटिंग, जयपुर ब्लू पॉटरी, गोअन फानी, हैदराबादी हलीम, नागा मिर्चा, नागपुर नारंगी, मेरठ कैंची, अल्फांसो, कोणार्क स्टोन नक्काशी, मछलीपट्टनम कलमकारी आदि. इसके साथ ही कोटा डोरिया, फुलकारी, सिक्किम बड़ी इलायची, मकराना मार्बल, वेंगुर्ला काजू, पेथापुर प्रिंटिंग ब्लॉक, और कई अन्य भी शामिल हैं.

किसानों के लिए यह किस्म होगी फायदेमंद (This Variety Will Be Beneficial For Farmers)

अगर किसी उत्पादन को भारत सरकार द्वारा जीआई टैग प्रमाणित कर दिया जाता है, तो इसका मतलब यह है कि वो किस्म सबसे ख़ास है और अच्छी गुणवत्ता की है. बता दें कि रटौला आम के गुणों की वजह काफी मांग भी बढ़ जाती है. इसका निर्यात भी देश और विदेशों मे शुरू शुरू कर दिया गया है. किसानों को इस किस्म से काफी अच्छा मुनाफा भी प्राप्त होगा. किसान इसके निर्यात से अच्छा पैसा कमा सकते हैं.  

English Summary: indian rataul mango got gi tag
Published on: 09 October 2021, 04:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now