IOC Q4 Result: सरकारी स्वामित्व वाली तेल और गैस कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) ने बीते वित्त वर्ष की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में शुद्ध लाभ में गिरावट दर्ज की है.
इंडियन ऑयल ने मंगलवार को बताया की 31 मार्च, 2022 को समाप्त तिमाही के लिए शुद्ध लाभ में 31.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,022 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की. इसके पीछे क्या कारण रहा कंपनी ने इसके बारे में भी जानकारी दी है. कंपनी ने बताया कि पेट्रोरसायन कारोबार में मार्जिन गिरने और वाहन ईधन की बिक्री पर नुकसान के कारण ऐसा हुआ है.
बीते साल कंपनी को 8,781 करोड़ रुपये का मुनाफा
इंडियन ऑयल को जहां जनवरी-मार्च में 6,021.88 करोड़ रुपये या 6.56 रुपये प्रति शेयर का एकल शुद्ध लाभ हुआ. वही बीते एक साल पहले इसी अवधि के दौरान ये आंकड़ा 8,781.30 करोड़ रुपये या 9.56 रुपये प्रति शेयर रहा था.
समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन से कंपनी का राजस्व 25.6 प्रतिशत बढ़कर 2.06 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1.64 लाख करोड़ रुपये था. बता दें कि IOC के राजस्व में GST तत्व शामिल नहीं है. ऐसे में कंपनी के बोर्ड ने 1:2 के अनुपात में बोनस जारी करने की सिफारिश की है.
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इसके तहत 10 रुपये के प्रत्येक दो मौजूदा इक्विटी शेयरों में से प्रत्येक के लिए 10 रुपये का एक नया बोनस इक्विटी शेयर दिया जायेगा. बोनस शेयर प्राप्त करने के लिए शेयरधारकों की पात्रता निर्धारित करने के लिए बोर्ड ने 1 जुलाई 2022 को रिकॉर्ड तिथि के रूप में निर्धारित किया है.
IOC ने ये भी कहा कि उसके बोर्ड ने 3.60 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश भी की है, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2.40 रुपये प्रति इक्विटी शेयर (बोनस के बाद) के अंतिम लाभांश में बदल जाता है, जो शेयरधारकों के अनुमोदन के अधीन है. वही वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 9.00 प्रति शेयर (प्री-बोनस) भुगतान किया गया. इसमें कहा गया है कि अंतिम लाभांश के भुगतान की रिकॉर्ड तिथि तय की जाएगी और इसकी सूचना जल्दी दी जायेगी.