Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 7 March, 2022 3:19 PM IST
अंतर्राष्ट्र बाजार में गेहूं की कीमत

रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण कई देशों में महंगाई का सिलसिला जारी है, जिसके चलते कई तमाम जरूरी सामानों के दाम बढ़ने लगे हैं, लेकिन इस बीच भारतीय किसानों के लिए यह युद्ध खुशखबरी लेकर आया है.

दरअसल, यह युद्ध अंतर्राष्ट्र बाजार में कई जरूरी चीजों के साथ गेहूं की कीमतों में भी जोरदार उछाल लिया है.

इसी कारण से भारत से गेहूं के निर्यात में एक दम से तेजी देखने को मिली है. बताया जा रहा है कि यह गेहूं की तेजी आगे और भी बढ़ने की उम्मीद है.

उधर बाजार में गेहूं की नई फसल आने को है. अगर विश्व व देश के निर्यात पर यही हालत रही तो देश के किसान भाइयों को बहुत अच्छा मुनाफा होगा, क्योंकि इसे उनको उनकी फसल का बाजार में अच्छा दाम मिलेगा और अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक नई पहचान मिलेगी.

यह भी पढ़ेः गेहूं की 1317 किस्म की बुवाई में 2 बार करें फसल की सिंचाई, पाएं 55 से 60 क्विटंल प्रति हेक्टेयर उत्पादन

वैश्विक गेहूं की कीमत 24-25 हजार रुपए प्रति टन (Global wheat price 24-25 thousand rupees per ton)

इस विषय पर खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय बताते हैं कि देश में गेहूं की फसल का कुल निर्यात इस साल लगभग 66 लाख टन के रिकॉर्ड स्तर पर रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यह समय भारतीय किसानों के लिए एक सुनहरा अवसर है. जिसे वह अपनी फसल से अच्छा मुनाफे के साथ एक पहचान भी बना सकते हैं. देश में गेहूं की नई फसल 15 मार्च से शुरू होगी. जिससे किसानों को और भी अधिक फायदा होगा. बता दें कि वैश्विक गेहूं की कीमत 24 से 25 हजार रुपए प्रति टन चल रहा है.

उन्होंने यह भी बताया कि इस साल हमें लगभग 70 लाख टन गेहूं निर्यात करने की उम्मीद है. यह देश के किसान व निर्यातों के लिए बेहद अच्छी खबर है.

उधर, कृषि मंत्रालय का अनुमान है कि, देश में गेहूं का उत्पादन साल 2021-22 में 11 करोड़ 13.2 लाख टन हो सकता है. अगर पिछले साल का आंकड़ा देखा जाए तो यह उत्पादन 10 करोड़ 95.9 लाख टन रहा था.  

15 मार्च से शुरू होगी नई फसल (New crop will start from March 15)

इस साल की नई फसल यानी रबी की मुख्य फसल 15 मार्च से भारतीय बाजार में आनी शुरू हो जाएगी और अभी सरकारी गोदामों में गेहूं का अधिशेष भंडार है. जिसे मांग के अनुसार बाजार में पेश किया जाएगा. मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि गेहूं के अलावा चीनी के निर्यात पर वैश्विक कीमतों में साल 2021-22 में लगभग 75 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है. जो पिछले साल के मुकाबले 20 लाख टन से भी अधिक है.

English Summary: Indian farmers will benefit from Russia-Ukraine war, earnings will increase
Published on: 07 March 2022, 03:29 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now