₹3.90 लाख करोड़ किसानों के खातों में ट्रांसफर, क्या आपने लिया इस योजना का लाभ? 12 अगस्त तक देशभर में होगी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने इन राज्यों में जारी किया अलर्ट बैंगन की फसल को कीटों से कैसे बचाएं, जानें आसान और असरदार तरीके किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 21 August, 2021 5:15 PM IST
Dragon food traders

यह बात तो फिलहाल किसी से छुपी नहीं है कि अफगानिस्तान में अभी क्या कुछ चल रहा है. वहां स्थिति बेहद तनावग्रस्त है. चौतरफा अफरतफरी भरा आलम है. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए. अफगानिस्तान का भविष्य अभी अधर में लटका हुआ है.

अफगानिस्तान में स्थिति इतनी विकराल हो जाएगी. यह किसी ने नहीं सोचा था, लेकिन क्या करें जिस देश की सरकार अपने सैनिकों को पिछले काफी महिनों से वेतन नहीं दे पा रही है. अब ऐसे में तालिबान का हावी होना तय था.

अमेरिका के इस कदम से बिगड़ी स्थिति

हालांकि, कई महीनों तक अमेरिका की तरफ से अफगानिस्तान को सैन्य सहायता मुहैया कराई, लेकिन जब अमेरिका ने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया तो ऐसे में तालिबान का अफगानी सेना पर हावी होना तय था, जिसके भयावह परिणाम हम सब देख ही चुके हैं.

अब ऐसे में आगे चलकर वहां स्थिति क्या रूख अख्तियार करती है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन अफगानिस्तान में मौजूदा हालातों की वजह से भारतीय व्यापारियों को बड़ा झटका लगा है. आइए, इस रिपोर्ट में जानते हैं कि तालिबानियों द्वारा अफगानियों पर कब्जा करने से उन पर क्या कुछ असर पड़ा है. 

भारतीय व्यापारियों को झटका..! 

अफगानिस्तान में जो कुछ हो रहा है, उसका सीधा असर भारतीय व्यापारियों पर पड़ रहा है. आर्थिक चश्मे से देखें, तो भारतीय व्यापारियों को खासा नुकसान हो रहा है. खासकर त्योहार के मौसम में इन्हें बहुत नुकसान हो रहा है.

आमतौर पर त्योहारी सीजन के दौरान अफगानिस्तान से काफी मात्रा में ड्रैगन फ्रूट भारत आयात किया जाता था, लेकिन अब जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है, तो तालिबान ने भारत को ड्रैगन फ्रूट निर्यात करने से मना कर दिया है. बहुधा भारत ८५ फीसद ड्रैगन फुड युद्धग्रस्त क्षेत्रों से ही आयात करता है.

फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन के अध्यक्ष अजय शाही ने कहा कि हम अफगानिस्तान में हो रहे विकास कार्यों पर तेजी से नजर बनाए हुए थे. अफगानिस्तान की कई परियोजनाओं में भारत ने  भारी निवेश किया हुआ है, लेकिन अब तालिबान ने सत्ता पर काबिज होते ही भारत के साथ शुरू हुए तमाम व्यापारिक रिश्तों को ध्वस्त कर दिया है.उन्होंने कहा कि हम यह काफी पहले से ही देखते आ रहे हैं कि ड्रेगन फुट की कीमतों में पिछले काफी दिनों से तेजी देखी जा रही है. 

भारतीय व्यापारियों की दुश्वारियां

वहीं, अफगानिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है, उससे खाड़ी बावली के व्यापारी काफी हताश हुए हैं. यहां व्यापारी अपनी व्यापारिक दुश्वारियां  बयां करते हुए कहते हैं कि अब उन्हें अफगानिस्तान से माल नहीं आ पा रहा है. तालिबान की तऱफ से माल देने से मना कर दिया गया है. दुर्भाग्य यह रहा है कि यह सब कुछ त्योहार के मौसम में हो रहा है, जब हमारे पास अच्छा खासा लाभ कमाने का मौका रहता है. अब ऐसे में हमें अपना माल प्राप्त करने के लिए दूसरे स्रोत की तलाश करनी होगी. खैर, अब आगे चलकर तालिबान की स्थिति क्या कुछ रूख अख्तियार करती है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा.   

English Summary: Indian businessmen suffer a lot due to Taliban capture in Afghanistan
Published on: 21 August 2021, 05:21 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now