कृषि जागरण के नई दिल्ली मुख्यालय में 24 जनवरी को भारत के पहले एफपीओ कॉल सेंटर (FPO call centre) का उद्घाटन किया गया. इस एफपीओ कॉल सेंटर का उद्घाटन कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की संयुक्त सचिव IAS डॉ. विजया लक्ष्मी नडेंदला द्वारा किया गया. इस दौरान कृषि से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. ऐसे में चलिए जानते हैं इस उद्घाटन समारोह में इन कृषि विशेषज्ञों द्वारा कही गईं जरूरी बातें...
उद्घाटन समारोह में एम सी डोमिनिक ने कही ये बड़ी बातें
कृषि जागरण एंड एग्रीकल्चर वर्ल्ड के संस्थापक और अध्यक्ष, एम सी डोमिनिक ने इस दौरान कहा कि "उद्घाटन विशेष रूप से एफपीओ क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक क्षण है. इस प्रयास का मुख्य लक्ष्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत में 10,000 समृद्ध कृषि एफपीओ स्थापित करने के लक्ष्य के अनुरूप है. यह एफपीओ कॉल सेंटर उन सभी समस्याओं और बाधाओं के लिए वन-स्टॉप शॉप प्रदान करता है, जिनका किसान समुदाय अब सामना कर रहे हैं. हमने विशेषज्ञों के एक समूह को इकट्ठा किया है जो उनके किसी भी सवाल का जवाब दे सकते हैं और उनकी सफलता में सहायता कर सकते हैं. आइए कृषि जागरण और एएफसी के बीच इस संयुक्त पहल को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करें ताकि एफपीओ भारतीय व्यापार क्षेत्र का अधिग्रहण कर सके."
मुख्य अतिथि IAS डॉ. विजया लक्ष्मी नडेंदला का संबोधन
एफपीओ कॉल सेंटर के उद्घाटन समारोह की मुख्य अतिथि डॉ. विजया लक्ष्मी नडेंदला ने कहा, "मैंने किसान कॉल सेंटर देखे हैं जो किसानों के सवालों के जवाब देने में किसानों के लिए बहुत फायदेमंद रहे हैं. उस अवधारणा के अनुरूप, कृषि जागरण और एएफसी ने भारत का पहला एफपीओ कॉल सेंटर शुरू किया है. जो एफपीओ के विकास और कामकाज के लिए सहायक होगा. एफपीओ कॉल सेंटर एफपीओ को उनके प्रश्नों को हल करके मदद करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी वहन करेगा. मैं इस पहल के शुभारंभ पर दोनों संगठनों को बधाई देती हूं."
एएफसी इंडिया लिमिटेड के एमडी मशर वेलापुरथ के संबोधन की मुख्य बातें
एएफसी इंडिया लिमिटेड के एमडी मशर वेलापुरथ ने कहा, "कृषि जागरण ने एएफसी के तकनीकी सहयोग से एफपीओ कॉल सेंटर पहल शुरू की है. पिछले 10 वर्षों से नाबार्ड सहित एफपीओ को बढ़ावा देने के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा कई प्रयास किए गए हैं. भारत में 85% से अधिक किसान सीमांत किसान हैं जिनके पास मात्र 1 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है. एफपीओ के संगठन द्वारा इनपुट, मार्केटिंग और वैल्यू एडिशन की लागत और प्रक्रिया को सरल किया जाता है जो खेती की लागत को कम करने के साथ-साथ किसान की आय को दोगुना करने में मदद करता है. हम इस एफपीओ कॉल सेंटर के माध्यम से कृषि क्षेत्र में मौजूद संचार और सूचना के अंतर को पाटने की कोशिश कर रहे हैं.
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यूपी FPO एसोसिएशन के अध्यक्ष दया शंकर सिंह ने कही ये बातें
यूपी एफपीओ एसोसिएशन के अध्यक्ष दया शंकर सिंह ने कहा, "एफपीओ पंजीकरण कोई बड़ी बात नहीं है, लाइसेंस हासिल करना कोई समस्या नहीं है. बल्कि FPO का प्रबंधन एक अत्यंत कठिन कार्य बन जाता है. अधिकांश संघ बिना व्यावसायिक योजना के शुरू होते हैं, जो एफपीओ के कामकाज को बर्बाद कर देता है. यह एफपीओ कॉल सेंटर संघों के सुचारू कामकाज में मदद कर सकता है और देश भर में एफपीओ के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने में उनकी मदद कर सकता है. इसके लिए कृषि जागरण की टीम बधाई के पात्र है. इस कॉल सेंटर के माध्यम से एफपीओ से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकेगा. ये एक बेहद ही अच्छी पहल है.
DeHaat के डॉ. दिनेश चौहान ने कही ये जरूरी बातें
DeHaat के वीपी न्यू इनिशिएटिव डॉ. दिनेश चौहान ने कहा, “मैं कृषि जागरण और एएफसी को इस अनूठी और बहुप्रतीक्षित पहल के लिए बधाई देता हूं. 10,000 से अधिक एफपीओ के साथ, उन्हें प्रबंधित करने के तरीके के बारे में अपेक्षाकृत बहुत कम ज्ञान है. एफपीओ कॉल सेंटर के कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है और मुझे यकीन है कि यह किसानों को उनकी जरूरत की मदद मुहैया कराने में सफल रहेगा.