Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 6 March, 2020 3:12 PM IST

यह तो हम सब जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है जो कि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी माना जाता है. हमारे देश में कृषि सिंधु घाटी सभ्यता के समय से की जाती आ रही है लेकिन चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारतीय कृषि पर भी प्रभाव डाला है. चीन दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक और आयातक देश कहा जाता है. इसका दुनिया के कुल निर्यात में 13 फीसद और कुल आयात में 11 फीसदी हिस्सा है लेकिन इस वायरस के फैलने की वजह से 500 मिलियन लोगों पर इसका असर देखने को मिल रहा है, जिससे चीजों की खपत पर बुरी तरह से प्रभाव पड़ा है. इसके साथ ही चीन की तेल खपत के 30 फीसदी तक गिरने का भी अनुमान लगाया जा रहा है.

आयात–निर्यात प्रभावित

कोरोना वायरस के प्रभाव के कारण भारतीय कंपनियां जो चीन से ज्यादातर उत्पाद मंगाती हैं या फिर भारत से चीनी सामान का निर्यात करवाती हैं, उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि हमारा देश आयात के मामले में चीन की वस्तुओं के लिए काफी हद तक निर्भर है.

वहीं, निर्यात की बात करें, तो कोरोना वायरस के चलते प्लास्टिक्स, ऑर्गेनिक केमिकल्स, फिश प्रोडक्ट्स, कॉटन और अयस्क जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर इसका काफी प्रभाव पड़ा है. इस वायरस से कच्चे माल के निर्यात में 1.6 प्रतिशत की गिरावट रिकॉर्ड की गयी है. भारत द्वारा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं में जूट, ऑर्गेनिक कैमिकल, कपास, औषधि व बागवानी उत्पाद,  फल, सोयाबीन, मक्का आदि शामिल हैं.

आयात की दृष्टिकोण से देखा जाये तो चीन से कई तरह के कृषि उत्पादों का आयात किया जाता है जैसे कच्चा मांस, चमड़ा , सुती कपड़े, तेल, समुंद्री उत्पाद आदि परंतु कोरोना वायरस के कारण इन उत्पादों पर भारी मात्रा में निर्यात कम हो गया है.

English Summary: Impact of coronavirus on crops and farmers
Published on: 06 March 2020, 03:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now