बेकाबू हो चुके कोरोना को काबू में करने के लिए लगातार सरकार की तरफ से बेशुमार कदम उठाए जा रहे हैं. पहले नाइट कर्फ्यू, फिर साप्ताहिक लॉकडाउन और अब इन सभी कदमों के बाद लोगों के जेहन में इस बात को लेकर चर्चा का बाजार गरमा गया है कि कहीं पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन न लग जाए. खैर, अभी तो इसे लेकर महज चर्चा-परिचर्चा का सिलसिला ही जारी है, मगर इस बीच सरकार उन सभी लोगों के खिलाफ शिकंजा कसने का काम कर रही है, जो मास्क पहनने में ढ़िलाई बरत रहे हैं.
जी हां... इस तरह की ढ़िलाई आगे से न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर 1 हजार रूपए जुर्माना लगाने का आदेश दे दिया है. इतना ही नहीं, अगर एक बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद भी अगर लोग नहीं माने तो फिर उन्हें मास्क नहीं पहनने पर 10 हजार रूपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है.
सरकार ने यह कदम लगातार बढ़ते कोरोना के कहर को ध्यान में रखते हुए उठाया है. इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रत्येक रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी है, वहीं, प्रदेश के लोग भी सरकार के इस कदम का समर्थन करते हुए नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि इस तरह के कदम इसलिए उठाए जा रहे हैं, ताकि बेकाबू हो रहे कोरोना के कहर पर ब्रेक लगाई जा सके. हालांकि, इससे पूर्व भी प्रदेश स्तर पर कई राज्य सरकारें मास्क नहीं लगाने वालों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने जा रही हैं.
कैसे हैं प्रदेश के हालात
यहां हम आपको बताते चले कि प्रदेश में उन सभी जगहों पर जहां 2 हजार से अधिक संक्रमण के मामले हैं, वहां कोरोना मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने का आदेश दे दिया गया है, ताकि कोरोना मरीजों को उचित उपचार मुहैया कराया जा सके. वहीं, प्रदेश के कई जिलों में संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि लखनऊ में महज एक दिन के अंदर 5 हजार से भी अधिक मामले सामने आ चुके हैं.
विगत गुरुवार को यूपी में 22,436 मामले सामने आए थे. बहरहाल, सरकार अपनी तरफ से कोरोना के कहर पर ब्रेक लगाने के लिए पूरा प्रयास कर रही है, मगर अब आगे चलकर कोरोना का बेकाबू होता यह कहर आगे चलकर क्या रूख अख्तियार करता है. यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही तय करेगा.