Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 June, 2020 4:39 PM IST

जन धन, पीएम किसान, एलपीजी सब्सिडी और अन्य योजनाओं  के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बस एक क्लिक से इसे जान सकते हैं. दरअसल अब PMJDY महिला लाभार्थियों को अपने क्रेडिट की स्थिति जानने के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है. वे बस अपने घरों में बैठे इसके बारे में जान सकती हैं. पब्लिक मैनेजमेंट फाइनेंशियल सिस्टम की वेबसाइट @ pfms.nic.in / NewDefaultHome.aspx पर लॉग इन करें और ऑनलाइन अपने अकाउंट के पैसे जानें.

दिलचस्प बात यह है कि मोदी सरकार ने डीबीटी प्रणाली द्वारा संपूर्ण सब्सिडी हस्तांतरण (Subsidy Transfer) को केंद्रीकृत किया है और इसके लिए सार्वजनिक प्रबंधन वित्तीय प्रणाली (Public Management Financial System) है. यह प्रणाली लाभार्थी के दिए गए बैंक खाते में डायरेक्ट पैसे ट्रांसफर करती है. लेकिन, अगर लाभार्थी के पास बैंक खाता नहीं है, तो उन्हें इसमें प्रत्यक्ष सब्सिडी प्राप्त करने के लिए जन धन खाता खुलवाना पड़ेगा.

जन धन, एलपीजी सब्सिडी, पीएम किसान सम्मान योजना का अकाउंट बैलेंस जानने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो  करें-

  • सबसे पहले, सार्वजनिक प्रबंधन वित्तीय प्रणाली की आधिकारिक वेबसाइट -pfms.nic.in/NewDefaultHome.aspx पर लॉग इन करें

  • अब होम पेज पर 'Know Your Payments' पर क्लिक करें.

  • आपके बैंक का नाम, बैंक खाता संख्या जैसे महत्वपूर्ण विवरणों में उल्लेख करें.

  • फिर, कैप्चा कोड (CAPTCHA Code) जमा करें

  • 'Search' विकल्प पर क्लिक करें

  • आपका पूरा डेबिट और क्रेडिट हिस्ट्री  आपके सामने स्क्रीन पर खुल जाएगा.

  • आपको अपने बैंक खाते में नवीनतम मनी ट्रांसफर का पता चल जाएगा.

सरकार ने आपके जन धन खाते, पीएम किसान सम्मान निधि योजना और  एलपीजी सब्सिडी खातों में पैसा जमा किया है या नहीं.इन बैंक नंबरों पर एक मिस्ड कॉल दें और अपने खाते की शेष राशि जानें-

आप एसबीआई, पीएनबी, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की अपने जन धन खाते के बारे में केवल एक मिस्ड कॉल से जान सकते हैं.

1.भारतीय स्टेट बैंक (SBI)

 SBI ग्राहक दो में से एक नंबर- 18004253800 और 1800112211 पर कॉल कर सकते हैं और वहां की भाषा का चयन कर सकते हैं. इसके बाद, पंजीकृत मोबाइल नंबर पर दिए गए विकल्प का चयन करें और बैंक खाते में जमा राशि की जानकारी आपके मोबाइल पर उपलब्ध होगी.

2.बैंक ऑफ इंडिया

 ग्राहक बैंक खाते से जुड़ी मोबाइल नंबर से 09015135135 पर डायल करके शेष राशि की जांच कर सकते हैं.

3.एचडीएफसी

एचडीएफसी बैंक के ग्राहक टोल-फ्री नंबर 18002703333 पर मिस्ड कॉल के जरिए अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं. वे 18002703355 पर डायल करके एक मिनी स्टटमेंट भी प्राप्त कर सकते हैं.

4.एक्सिस बैंक

ग्राहक बैंक खाते से जुड़ी मोबाइल नंबर के जरिए 18004195959 पर कॉल करके खाते के बारे में विवरण प्राप्त कर सकते हैं.

5.आईसीआईसीआई बैंक

 ICICI बैंक के ग्राहक 9594612612 पर एक मिस कॉल देकर, और IBAL लिखकर 9215676766 नंबर पर संदेश भेज सकते हैं.

6.पीएनबी पंजाब नेशनल

इस बैंक के ग्राहक अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से 18001802223 या 01202303090 पर डायल कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

7.इंडियन बैंक

ग्राहक बैंक खाते से जुड़ी मोबाइल नंबर के जरिए 180042500000 पर डायल कर विवरण प्राप्त कर सकते हैं.इसके अलावा 9289592895 नंबर पर भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.

English Summary: If you have not received the money of Jan Dhan, PM-Kisan and LPG Subsidy scheme, then call these numbers and know the complete information.
Published on: 27 June 2020, 04:39 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now