Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 26 December, 2020 7:32 PM IST
Drone in Agriculture

नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय (Directorate General of Civil Aviation-DGCA) ने कृषि अनुसंधान कार्यों के लिए भारत के प्रतिष्ठित कृषि अनुसंधान पर कार्यरत इक्रिसेट (International Crops Research Institute for the Semi-arid Tropics) संस्थान को खेती के लिए ड्रोन की अनुमति मिल गई है. इक्रिसेट का हिन्दी नाम अंतरराष्ट्रीय अर्ध- शुष्क उष्णकटिबंधीय फसल अनुसंधान संस्थान है जो कि तेलंगाना के हैदराबाद में स्थित है.

नागर विमानन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) के संयुक्त सचिव (Joint Secretary) श्री अंबर दुबे ने बताया है कि कृषि क्षेत्र में विशेष रूप से कृषि टिड्डी नियंत्रण (Locust control) और फसल उपज में सुधार लाने जैसे कार्यों में ड्रोन की बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार है. सरकार युवा उद्यमियों और शोधकर्ताओं को देश के 6.6 लाख से अधिक गांवों में कम कीमत के ड्रोन उपलब्ध कराने के लिए के लिए प्रोत्साहित (Encouraged) कर रही है.

ड्रोन की यह सशर्त छूट (Conditional exemption) पत्र जारी करने की तिथि से 6 माह की अवधि के लिए या डिजिटल इकाई प्लेटफार्म के पूर्ण शुरुआत तक या जो भी पहले हो मान्य होगी.

यह छूट तभी लागू होगी जब सभी शर्तों और सीमाओं का सख्ती से पालन किया जायेगा. किसी भी शर्त के उल्लंघन पर ड्रोन के इस्तेमाल की यह छूट समाप्त हो जाएगी. अब इक्रिसेट स्थानीय प्रशासन, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय, भारतीय वायु सेना और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (Airports Authority of India) से रीमोटली पायलट एयरक्राफ्ट सिस्टम को चलाने की मंजूरी भी प्राप्त करेगा.

English Summary: ICRISAT Institute obtains permission to use Drone in agriculture
Published on: 26 December 2020, 07:48 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now