भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद यानी आईसीएआर (ICAR) ने खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ), रोम द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित राजा भूमिबोल विश्व मृदा दिवस पुरस्कार (King Bhumibol World Soil Day Award) जीता है. इस अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार की घोषणा विश्व मृदा दिवस (World Soil Day) के दिन FPO द्वारा एक वर्चुअल समारोह पर की गई. स्वस्थ मिट्टी के महत्त्व के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए आईसीएआर को यह प्रतिष्ठित वैश्विक पुरस्कार (International Award) दिया गया है.
आईसीएआर द्वारा पुरस्कार जीतने की वजह (The reason for winning the award by ICAR)
पिछले साल आईसीएआर द्वारा आयोजित विश्व मृदा दिवस समारोह पर ‘मृदा क्षरण को रोको, हमारा भविष्य बचाओ’ (Stop soil erosion, save our future) आदर्श वाक्य दिया था, जिसके तहत मृदा क्षरण को रोकने की जागरुकता पूरे देश में फैलाई थी. इसके लिए भाकृअनुप (ICAR) को विश्व मृदा दिवस पुरस्कार प्रदान किया गया है. भाकृअनुप (आईसीएआर) ने 5 दिसंबर, 2019 को वैज्ञानिकों, सरकारी संस्थानों, अधिकारियों, छात्रों, किसानों और आम जनता सहित 13000 से अधिक लोगों की भागीदारी के साथ 'मृदा स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह' (Soil Health Awareness Week) का आयोजन किया गया था जिसे सोशल मीडिया पर एक अभियान के रूप में चलाया.
थाईलैंड की शाही महारानी (Royal Highness, Princess Maha Chakri Sirindhorn of Thailand) आईसीएआर को यह पुरस्कार जनवरी 2021 में बैंकॉक में होने वाले एक आधिकारिक समारोह में प्रदान करेंगी.
आईसीएआर का परिचय (Introduction to ICAR)
भारत में कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा के समन्वय, मार्गदर्शन और प्रबंधन (coordination, guidance and management of agricultural research and education) के लिए भाकृअनुप जिम्मेदार संगठन (Institution) है. इस हैसियत से भाकृअनुप (ICAR) दुनिया में कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा संस्थानों (agricultural research and education institutes) के सबसे बड़े नेटवर्कों में से एक की देखरेख करता है, जो पूरे देश को बागवानी, मृदा विज्ञान, मत्स्य पालन और पशु विज्ञान (horticulture, soil science, fisheries and animal sciences) के क्षेत्र में शामिल करता है.
आईसीएआर के भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, (Indian Institute of Soil Science) भोपाल के मार्गदर्शन में देश के सभी मिट्टी हितधारकों (soil stakeholders) तक सन्देश पहुंचाने के लिए एक सप्ताह तक सभी कृषि विश्वविद्यालयों में परस्पर संवादात्मक सत्रों, स्कूलों में जागरूकता बढ़ाने वाली गतिविधियों, प्रदर्शनियों, क्षेत्र का दौरा और प्रशिक्षण सत्रों (exhibitions, screenings, field visits and training sessions) का आयोजन किया गया. ICAR ने क्विज़, बहस और ऑन-साइट प्रदर्शनों (quizzes, debates and on-site demonstrations) के माध्यम से खाद्य सुरक्षा एवं जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए मिट्टी के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने को लेकर युवाओं पर विशेष जोर दिया.