सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 7 April, 2024 3:14 PM IST
गेहूं की कटाई के लिए IARI दिल्ली के कृषि वैज्ञानिक ने जारी की जरूरी सलाह

IARI दिल्ली के कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा गेहूं की कटाई को लेकर जरूरी सलाह जारी की गई है. ताकि किसानों को गेहूं की कटाई से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके. बता दें कि पूसा वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार सिंह ने बताया कि देश के किसानों को इस समय यानी अप्रैल महीने के दौरान गेहूं की फसल के दौरान कई महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए. ताकि पैदावार व गेहूं का बीज उत्पादन सही से किया जा सके.

जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि इन दिनों में गेहूं की कटाई का समय चल रहा है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि किसानों को किस समय और कैसे गेहूं की कटाई करनी चाहिए. इन सब बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं.

गेहूं की कटाई के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

पूसा के डॉ. राजीव कुमार सिंह ने बताया कि गेहूं की कटाई का सही समय सुबह का सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है. इसके अलावा किसानों को इस बात का भी ध्यान रखना है कि अगर कटाई हाथ से की जाती है, तो फसल के बंडल को 3 से 4 दिन खेत में छोड़ देना चाहिए. ताकि सूखने के बाद उसमें नमी की मात्रा कम हो जाए. इसी के बाद गेहूं की सभी किस्मों की कटाई अप्रैल के अंत तक कर लेनी चाहिए.

जो बड़े किसान हैं वह तो गेहूं की कटाई बड़ी-बड़ी मशीनों के द्वारा सरलता से कर सकते हैं, लेकिन वही छोटे किसान जो मजदूरों के द्वारा दराती, हंसिया या फिर रीपर के माध्यम से गेहूं फसल की कटाई करते हैं, जिसमें सतह से 4-5 सेंटीमीटर ऊपर से कटाई की जाती है. इसके बाद किसानों को इस बात का भी ध्यान रखना है कि जब वह फसल की कटाई करते हैं, तो उन्हें बीज से कट से आवाज आती है, तो समझ जाएं कि फसल कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार है.

यह भी ध्यान रहे कि फसल के दाने की नमी करीब 15 से 20 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए. अगर फसल कटाई के दौरान कहीं भी बीज की नमी अधिक लगती है, तो उसे खेत में ही छोड़कर करीब 4-5 दिन सूखने दें. सूखे के बाद किसान उसकी मड़ाई करें.

अगर किसान फसल की कटाई देर से करते हैं, तो इससे फसल की गुणवत्ता पर काफी बुरा असर देखने को मिलता है. साथ ही फसल पर चिड़िया और चूहे के द्वारा भी फसल को नुकसान पहुंचते हैं.

ये भी पढ़ें: गेहूं की फसल में आग लगने पर ऐसे करें बचाव, इन 10 बातों का रखें ध्यान

गेहूं का बीज उत्पादन करने वाले किसानों के लिए सलाह

पूसा के डॉ राजीव कुमार ने कहा कि जो किसान इस समय गेहूं का बीज उत्पादन कर रहे हैं. इस समय किसानों को रोगिंग यानी की खेत से अवांछित पौधों को निकालना. दरअसल बीज उत्पादन की गुणवत्ता को बनाए रखने में अवांछित पौधे को गेहूं की कटाई से पहले करीब 1 से 2 बार उनकी रोगिंग जरूर कर देनी चाहिए. ताकि बीज की गुणवत्ता बनी रहे. रोगिंग करने से किसान को काफी अधिक लाभ पहुंचता है. जैसा कि आप जानते हैं कि एक बाली में लगभग 50-55 दानों की संख्या होती है. अगर इसमें थोड़ी भी अवांछित पौधे की संख्या पाई जाती है, तो यह गेहूं के बीज की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है.

English Summary: IARI Pusa scientists issue advisory for farmers harvesting wheat crop gehun ki katai wheat seed production
Published on: 07 April 2024, 03:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now