Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 24 December, 2019 3:22 PM IST
Christmas

क्रिसमस ट्री के बारे में तो सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इनकी संख्या कम हो रही है? जी हां, यूएस (US) के बगीचों में इनकी संख्या घटती जा रही है. यहां केवल कुछ ही Christmas tree की हार्वेस्टिंग की जाती है जिससे कम संख्या होने के बाद भी वे बचे रहें. एग्रीन्यूज़ की कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2017 में लगभग 15 मिलियन क्रिसमस पेड़ों की कटाई की गई थी. 

इसके साथ ही साल 2002 में लगभग 21 मिलियन क्रिसमस ट्री की कमी आई थी. इस तरह लगभग 15 सालों में 27 प्रतिशत की गिरावट इन पेड़ों में देखी गयी है. जहां साल 2002 में 28,000 बाग़ ही रह गए, वहीं साल 2017 में केवल 20,000 क्रिसमस पेड़ ही रह गए. ऐसे में कुल 15 सालों में गिरावट का सालाना रेट लगभग 2.1 प्रतिशत हुआ है.

क्या है पेड़ों की कटाई की वजह? (What is the reason for felling of trees?)

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया है कि भारी संख्या में क्रिसमस पेड़ों की कटाई की वजह बड़े पैमाने पर हुई मंदी है. वहीं अब इनकी संख्या में भी तेजी से गिरावट देखी जा रही है.

जहां साल 2002 में 28,000 बाग़ ही रह गए, वहीं साल 2017 में केवल 20,000 क्रिसमस पेड़ ही रह गए. ऐसे में कुल 15 सालों में गिरावट का सालाना रेट लगभग 2.1 प्रतिशत हुआ है. वहीं, इन 15 सालों में, न केवल पेड़ों की संख्या में बदलाव आया, बल्कि पेड़ों के आकर में भी यह बदलाव देखा गया. आपको बता दें कि 1 से 2.9 एकड़ उत्पादन वाले छोटे बागों पर इस गिरावट का ज़्यादा असर नहीं पड़ा. 

आपको बता दें कि 57 प्रतिशत संचालन के तहत क्रिसमस ट्री उत्पादन 10 एकड़ से कम है और वहीं 89 प्रतिशत तक यह लगभग 50 एकड़ से कम है।Christmas tree के ज़्यादातर संचालन छोटे स्तर पर होते हैं जिसमें उत्पादन का एक छोटा हिस्सा ही मिल पाता है.

English Summary: huge declination in number of christmas tree farms
Published on: 24 December 2019, 03:24 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now