जहां एक तरफ प्रतिदिन 1 लाख से अधिक नैनो यूरिया (Nano Urea) का उत्पादन किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर अभी भी कई किसान नैनो यूरिया के इस्तेमाल से घबराते हैं. इसी संदर्भ में इफको (IFFCO) किसानों की मुश्किलों को आसान करने के लिए फील्ड पर जाकर ड्रोन तकनीक का लाइव डेमो (Live Demonstartion of Drone Technology) देता है, ताकि किसान नैनो यूरिया के इस्तेमाल को ज़मीनी स्तर पर सीख सकें.
गन्ने की फसलों पर ड्रोन स्प्रे (Drone spray on sugarcane crops)
ऐसे में इफको ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar in Uttar Pradesh) में अपना लाइव फील्ड प्रदर्शन रखा था. इसमें उन्होंने किसानों को बताया कि ड्रोन तकनीक से उर्वरकों और कीटनाशकों का छिड़काव (Spraying of fertilizers and pesticides with drone technology) कैसे किया जाता है.
इसी कड़ी में त्रिवेणी इंजीनियरिंग एवं उद्योग के तत्वावधान में ग्राम लिसोड़ा (Village Lisoda under the aegis of Triveni Engineering and Industries) में ड्रोन के इस्तेमाल से गन्ने की फसल पर कीटनाशक रसायनों के छिड़काव (Spraying of insecticidal chemicals on sugarcane crop) का लाइव डेमो दिया गया था. बता दें कि मौजूद किसानों, मिलों और गन्ना विभाग के अधिकारियों के सामने गुड़गांव की एग्रीबोट ड्रोन अल्थारा ग्लोबल कंपनी (Agribot Drone Althara Global Company) ने यह डेमो दिया.
सिर्फ 100 रुपये में प्रति एकड़ करें छिड़काव (Spray per acre in just Rs 100)
जिला गन्ना अधिकारी के अनुसार, ड्रोन से छिड़काव (Drone Spray) के लिए किसानों को प्रति एकड़ कुल 100 रुपये की ही लागत आती है और किसी अन्य श्रम की जरूरत नहीं होती है.
यानी ड्रोन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक ओर छिड़काव में लगने वाले श्रम की बचत होती है. वहीं दूसरी ओर उपयोग के लिए आवश्यक कीटनाशक की भी बचत हो पाती है.
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला गन्ना अधिकारी डॉ. आरडी द्विवेदी ने बताया कि "ड्रोन की 10 लीटर पानी की क्षमता है, और इसमें जरूरत के हिसाब से कीटनाशक या नैनो यूरिया को मिलाया जा सकता है. वहीं एक एकड़ खेत में 10 लीटर घोल का छिड़काव किया जा सकता है. और इसमें सिर्फ 7 से 10 मिनट का समय लगता है".
उन्होंने आगे बताया कि "गन्ने की खड़ी फसल पर भी ड्रोन का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है. जबकि परंपरागत रूप से नैपसैक स्प्रेयर या ट्रैक्टर चालित स्प्रेयर (Knapsack Sprayer or Tractor Driven Sprayer) के साथ यह आसानी से संभव नहीं है".
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केवल 500 मिली नैनो यूरिया एक बैग यूरिया के बराबर है. इस अवसर पर प्रखंड प्रमुख जनसठ नरेंद्र सिंह, दिग्विजय सिंह ग्राम अंतवारा, फेरू सिंह, ऋषिपाल सिंह सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे.