अक्सर खबरों में पढ़ने को मिलता है कि खेत में लगी खड़ी फसलों में आग लगने से किसानों का भारी नुकसान हुआ है. आमतौर पर ऐसा गर्मियों में होता है क्योंकि गर्मी के मौसम में तापमान अपने उच्च स्तर पर होता है.
अब भीषण गर्मी का दौर शुरू होने वाला है. इसके साथ ही किसानों की चिंता भी बढ़ने वाली है. क्योंकि गर्मियों में खेत में आग की घटनाएं बढ़ने लगती हैं. फिलहाल देश के किसानों ने तैयार रबी फसलों की कटाई कर दी हैं लेकिन कई जगहों पर अभी भी खेत में तैयार रबी फसलें खड़ी हैं और किसान भाई कटाई का काम कर रहे हैं. ऐसे में उनकी खड़ी फसलों में बढ़ते तापमान से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. इसी के मद्देनजर बिहार सरकार के कृषि विभाग ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से किसानों को फसलों में आग लगने से बचाने के कई तरीकें सुझाएं हैं. इसके साथ ही कृषि विभाग, बिहार सरकार ने किसानों को आग लगने पर तुरंत 101 डॉयल करने की सलाह दी है.
खेत(फसल) के लिए अग्नि सुरक्षा पर ध्यान देने योग्य बातें
फसल कटने तक बोरिंग पर पम्पिंग सेट तैयारी हालत में रखें.
अगर खेत में आग लग गई है तो फैलने वाली दिशा में थोड़ी दूर पर फसल काट (फायर ब्रेक) कर दें.
फसल ढुलाई के लिए खेतों के बीचों-बीच से ट्रैक्टर, पिकअप, भॉन आदि वाहनों को लाने एवं ले जाने का काम न करें.
अगर खलिहान के पास तालाब या अन्य कोई जल स्त्रोत हो तो वहां से पाईप या पम्पिंग सेट तैयार रखें.
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कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों में आग न लगायें, आग फैलता है, वातावारण दूषित करता है.
सूखे फसल के खेतों के इर्द-गिर्द अलाव, चूल्हे की राख न फैंकें.
पकी फसल के खेतों के अगल-बगल पेड़ से गिरे पत्ते या झाड़ियों में आग न लगायें.
पकी फसलों के आस-पास खेतों में थ्रेशिंग का कार्य न करें.
किसी भी उत्सव के दौरान पकी फसल के आस-पास आतिशबाजी का प्रयोग न करें ना ही करने दें.