देश में विभिन्न राज्य सरकार गरीब परिवारों को राशन उपलब्ध कराने के लिए राशन कार्ड की सुविधा प्रदान करती है. इस कार्ड से गरीब परिवारों को अनाज समेत अन्य राशन आसानी से मिल जाता है, वहीं राशन कार्ड का उपयोग आईडी प्रूफ में भी किया जाता है. ड्राइविंग लायसेंस बनवाने, एलपीजी कनेक्शन में एड्रेस प्रूफ की जरुरत पड़ती है जिसमें राशन कार्ड मान्य होता है. कई बार राशन कार्ड में नए सदस्य का नाम जुड़वाना पड़ता है, तो आइये जानते हैं राशन कार्ड में नए सदस्य का नाम कैसे जुड़वाएं -
कैसे जुड़वाएं नए सदस्य का नाम
कई बार परिवार में नई बहु के आने या नए बच्चे के होने पर उसका नाम राशन कार्ड में जुड़वाना बेहद आवश्यक है. नए सदस्य का नाम राशन कार्ड में जुड़वाने के लिए कुछ आसान प्रक्रिया होती है. जैसे सबसे पहले आधार कार्ड में संशोधन कराएं. जब कोई लड़की शादी के बाद ससुराल आती है और अपना सरनेम बदलती है, तो आधार कार्ड में अपने पिता की जगह अपने पति का नाम जुड़वाएं, वहीं अपने नए पते की जानकारी भी देना होगी. अपने इस अपडेट आधार कार्ड की जानकारी क्षेत्र के खाद्य विभाग अधिकारी को देना होगी, वहीं आप ऑनलाइन वेरिफिकेशन करवाकर भी नए सदस्य का नाम जुड़वां सकते हैं. ऑनलाइन अप्लाई करने से पहले पुराने राशन कार्ड से अपना नाम हटवानाआवश्यक है. ऑनलाइन आवेदन के लिए आपको राज्य की खाद्य आपूर्ति की ऑफिशियल साइट विजिट करना होगा.
इन दस्तावेज की जरुरत पड़ती है
-राशन कार्ड में बहु का नाम जुड़वाने के लिए सबसे पहले अपने पुराने राशन कार्ड से नाम को हटवाएं. नाम जुड़वाने के लिए पति के राशन कार्ड की कॉपी (फोटोकॉपी और ओरिजनल), शादी प्रमाण पत्र तथा महिला का आधार कार्ड देना होगा.
-वहीं राशन कार्ड में बच्चे का नाम जुड़वाने के लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र, घर मुखिया का राशन कार्ड (फोटोकॉपी और ओरिजिनल), माता पिता के आधार कार्ड की कॉपी देना होगी.
दो प्रकार के होते हैं राशन कार्ड
इनकम के आधार पर राशन कार्ड दो प्रकार के होते हैं- एक बीपीएल (BPL) और दूसरा एपीएल (APL). जो परिवार गरीब रेखा से नीचे आते हैं उन परिवारों का बीपीएल राशनकार्ड बनता है, वहीं गरीबी रेखा से ऊपर आने वाले परिवारों का एपीएल राशनकार्ड बनता है. एपीएल की तुलना में बीपीएल कार्ड धारकों को अधिक फायदा मिलता है. राशनकार्ड बनवाने के लिए आवेदन में अपनी सही जानकारी देना चाहिए. गलत जानकारी देने पर आवेदन निरस्त हो सकता है.