Success Story: एवोकाडो की खेती से भोपाल का यह युवा किसान कमा रहा शानदार मुनाफा, सालाना आमदनी 1 करोड़ रुपये से अधिक! NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 19 March, 2022 12:43 PM IST

जिस तरह पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन (Climate Change) हो रहा है उसको देखते हुए हम सभी को जैविक खेती (Organic Farming) की ओर कदम बढ़ाने की जल्द से जल्द आवश्यकता है. ऐसे में भारत ने इसकी और अपने कदम को तेज़ी से बढ़ाना शुरू कर दिया है.

मध्य प्रदेश जैविक खेती में सबसे आगे (Madhya Pradesh at the forefront of organic farming)

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि राज्य की विकास दर 19.7 प्रतिशत है जो मौजूदा कीमतों पर देश में सबसे अधिक है. इसमें कृषि ने सबसे अधिक योगदान दिया है. साथ ही किसानों ने जैविक खेती को सबसे ज़्यादा तवजो दी है.

मसाला हब बना मध्य प्रदेश का बुरहानपुर (Burhanpur of Madhya Pradesh becomes spice hub)

जैविक खेती (Organic Farming) करने वाला मध्य प्रदेश देश का सबसे पहला राज्य है जहां मसाले का निर्यात भी किया जा रहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राज्य का बुरहानपुर एक मसाला हब (Masala Hub) के रूप में उभरा है जहां हल्दी, अदरक, धनिया, प्याज जैसी मसाला फसलें बड़ी मात्रा में उगाई जाती हैं. इसके साथ ही बुरहानपुर केला, गन्ना और कपास में भी अग्रणी है.

आगे उन्होंने कहा कि फसलों के विविधीकरण से किसान का आर्थिक सशक्तिकरण संभव होगा. उन्नत तकनीक का उपयोग कर उत्पादन के साथ-साथ पैकेजिंग, गुणवत्ता नियंत्रण, ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर ध्यान देना आवश्यक है. सरकारी एजेंसियों और कृषि विशेषज्ञों को किसानों के साथ मिलकर काम करना होगा.

जैविक खाद का फसलों में उपयोग (Use of organic fertilizers in crops)

इसके अलावा उन्होंने किसानों को ज्यादा से ज्यादा जैविक खेती का विकल्प चुनने को कहा है, जो मिट्टी और मानव स्वास्थ्य की रक्षा करेगी. वहीं परंपरागत रूप से तैयार गोबर की खाद (Cow Dung Manure) और गोमूत्र से बने कीटनाशकों (Gaumutra Pesticide) का उपयोग फसलों के लिए सुरक्षित है.

चौहान ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अधिक से अधिक जिलों की प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल पंचायत का आयोजन किया जायेगा. इसके अलावा उन्होंने ऐलान किया कि जिले के हर गांव में जल महोत्सव भी होगा.

नर्मदा नदी और जैविक खेती (Narmada river and organic farming)

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रियों और शीर्ष नौकरशाहों की बैठक में यह निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि नर्मदा नदी (Narmada River) के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर की दूरी पर प्राकृतिक खेती विकसित करने के लिए एक विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए.

वहीं नर्मदा नदी और जैविक खेती को लेते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि गंगा के किनारे 5 किमी चौड़े गलियारे के भीतर खेतों से शुरू होकर पूरे देश में रासायनिक मुक्त खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. नर्मदा, देश की पांचवीं सबसे लंबी नदी, मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के अमरकंटक से निकलती है और राज्य के 1,077 किमी की दूरी तय करती है.

English Summary: how government will curb cancer by organic farming
Published on: 19 March 2022, 12:44 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now