खेती में बढ़ते रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग से मिट्टी की उर्वरक क्षमता लगातार कम होती जा रही है. वहीं, प्रकृति और मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी इसका विपरीत असर पड़ता है. यही वजह हैं कि किसानों को कृषि विशेषज्ञों द्वारा जैविक खेती करने की सलाह दी जाती है. हाल ही में मध्य प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) के राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने किसानों से जैविक खेती करने का आग्रह किया है.
एकादश कुण्डीय रूद्र महायज्ञ में शामिल होने रानी घाटी पहुंचे कुशवाह ने कहा कि किसानों को जैविक खेती करने के लिए आगे आना होगा. इसके लिए किसानों को गौ-पालन से जुड़ना चाहिए ताकि गोबर का उपयोग जैविक खाद के रूप में लिया जा सके. उन्होंने कहा कि जो किसान उद्यानिकी फसलों तथा एवं जैविक खेती कर रहे हैं उन्हें सरकार सब्सिडी प्रदान करती है.
कुशवाह ने आगे कहा कि जैविक खेती के जरिये उत्पादन किए अन्य से बीमारियां भी नहीं होती. वहीं प्रकृति पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. गौशाला की स्थापना के लिए कुशवाह ग्वालियर स्थित रानी घाट पहुंचे थे जहां उन्होंने गौ पालन का महत्त्व बताते हुए कहा कि गौ पालन से दूध उत्पादन के साथ-साथ जैविक खाद का निर्माण भी किया जा सकता है.
इस अवसर पर मंत्री कुशवाह के अलावा कप्तान सिंह सोलंकी, प्रेम सिंह राजपूत समेत अन्य क्षेत्रीय जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे.