आज हम जिस युग में जी रह रहे हैं, वह इंटरनेट युग है. इंटरनेट ने जिस तरह हमारी दैनिक गतिविधियों को सरल व सहज बनाया है, उसकी वजह से ये हमें अपना आदि बना चुका है. इसके बिना जिंदगी अब अधूरी है और अगर कोई हमारे इस अधूरेपन को भर सकता है, तो वो केवल इंटरनेट है. खासकर, जब से एंड्रॉयड फोन का चलन शुरू हुआ है, तब से तो यूं समझ लीजिए अब हर काम इतना सरल हो चुका है. इसका अंदाजा तो महज वही लगा सकते हैं, जो कभी बिना इंटरनेट का युग देख चुके हैं.
वहीं, इस इंटरनेट व एंड्रॉयड फोन का व्यापक असर कृषि क्षेत्र भी पड़ रहा है. आम जनता के साथ हमारे किसान भाई भी इस इंटरनेट का उपयोग कर कृषि संबंधित कार्यों को सरल व सुगम बना रहे हैं. इसी क्रम में एक ऐसी ही बड़ी पहल ICAR- Directorate of Weed Research मध्य प्रदेश जबलपुर की तरफ से की गई है. आईसीएआर मध्यप्रदेश ने किसानों की कृषि गतिविधियों को सरल व सहज बनाने की दिशा में हर्बीसाइड्स कैलकुलेटर ऐप्स लॉन्च किया है.
हर्बीसाइड्स कैलकुलेटर ऐप्स न महज किसानों के कृषि कार्य को सरल व सहज बनाने का काम करेगी बल्कि कृषि को एक मुनाफे का सौदा भी बनाएगी. जिससे किसान भाई कृषि कार्य से होने वाले नुकसान को लाभ में तब्दील कर सकते हैं. इस लेख में जानते हैं कि कैसे ये ऐप्स हमारे किसान भाइयों की कृषि गतिविधियों को सरल व सहज बनाएगी.
हर्बीसाइड्स कैलकुलेटर ऐप्स
इस ऐप्स की प्रमुख विशेषता है कि यह हमारे किसान भाइयों को खेती करने के दौरान पूर्वानुमान लगाने में काफी कारगर साबित होगी. इस संदर्भ में ICAR- Directorate of Weed Research ने हमारे साथ फोन पर हुई बातचीत के दौरान बताया कि यूं तो गूगल प्ले स्टोर पर बहुत तरह के ऐप्स हैं, लेकिन यह ऐप्स हमारे किसान भाइयों की कृषि गतिविधियों को सरल बनाएगी. उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि यह ऐप्स किसान भाइयों को एक सटीक पूर्वानुमान के तहत बताएगी कि किस फसल में कितनी मात्रा में आपको खाद, बीज, उर्वरक समेत अन्य पदार्थ का उपयोग करना है. इससे हमारे किसान भाइयों को जहां एक सटीक अनुमान मिलेगा तो वहीं वे खाद समेत अन्य पदार्थों का इस्तेमाल करने के दौरान अधिकता व न्यूनतमता की समस्याओं से भी बचा जा सकेगा. बहुधा ऐसा होता है कि किसान किस फसल में कितनी मात्रा में खाद, कितनी मात्रा में बीज, कितनी मात्रा में उर्वरक डालना है. इसका पूर्वानुमान हो नहीं पाता है. जिसकी वजह से हमारे किसानों भाइयों को नुकसान का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब इस ऐप्स के आ जाने से किसान भाई खुद इस इस नुकसान से सुरक्षित रख सकेंगे.
कहां से आया इस एप को बनाने का ख्याल
फोन पर हुई बातचीत के दौरान ICAR- Directorate of Weed Research के डायरेक्टर डॉ पीके सिंह ने बताया कि आमतौर पर हमारे किसान भाइयों को किस फसल में कितनी मात्रा में खाद समेत अन्य पदार्थ डालना है. इसका पूर्वानुमान नहीं हो पाता है, जिसकी वजह से उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है.
यह ऐप्स कैसे दूसरे ऐप्स से अलग है?
वहीं, जब हमने उनसे पूछा कि आखिर यह ऐप्स कैसे दूसरे ऐप्स से हमारे किसान भाइयों के लिए अलग रहेगा, तो उन्होंने इसका सीधा जवाब देते हुए कहा कि गूगल प्ले स्टोर पर आपको कई ऐसी एप मिल जाएगी जो किसानों के लिए हितकारी होगी, लेकिन आपको ऐसी कोई ऐप नहीं मिलेगी जो किसानों को मौसम समेत अन्य मसलों के बारे में सटीक पूर्वानुमान देती हो. लिहाजा इस आधार पर आप कह सकते हैं कि यह एप अन्य एप से अलग है.
ऐसे डाउनलोड करें ये एप
डॉ पीके सिंह कहते हैं कि हमारे संस्थान द्वारा लॉन्च किया गया यह ऐप्स हमारे किसान भाई गूगल प्ले स्टोर पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं. डाउनलोड करने हेतु नीचे लिंक दिया गया है, जिस पर हमारे किसान भाई क्लिक कर डाउनलोड कर सकते हैं.
छोटी-छोटी पहल से सपना होगा साकार
सर्वविदित है कि केंद्र सरकार ने आगामी 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने का ध्येय निर्धारित किया है. इस दिशा में केंद्र सरकार अपनी प्रतिबद्धता निर्धारित करते हुए नजर आ रही है, लेकिन इस बात को भी खारिज नहीं किया जा सकता है कि यह छोटी-छोटी पहल न महज किसान भाइयों को गतिविधियों को सरल करने का काम करेगी बल्कि केंद्र सरकार के उस ध्येय को भी संपूर्ण करने का काम करेगी जो उन्होंने किसान के हित में सोचा है. वहीं, अगर हमारे किसी किसान भाई को इस एप के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करनी है तो निम्नलिखित नंबर पर क्लिक कर उनसे संपर्क कर सकते हैं.
ICAR -- Directorate of Weed Research
डॉ. पीके सिंह
दूरभाष नंबर: 9425388721