एक तरफ जहां पूरे देश के किसान लॉकडाउन के कारण भारी घाटा सह रहे हैं, वहीं पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा में किसानों की हालात और खराब हो गयी हैं. यहां चक्रवात तूफान अम्फान ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. लिहाजा पहले से ही घाटा सह रहे किसानों के लिए अब हालात और भी दयनीय हो गए हैं.लॉकडाउन के बाद पहले से भारी नुकसान झेल रहे किसानों पर चक्रवाती तूफान अम्फान ने ऐसी आफत बरसाई है, जिसकी भरपाई में कई साल लग जाएंगें. विशेषकर आम के किसानों को भारी नुकसान हुआ है. लगभग 130 किलोमीटर प्रति घंटे से भी अधिक तेजी से चलने वाली हवाओं ने खेत-खलिहानों को तहस-नहस कर दिया है.
इन क्षेत्रों में हुआ अधिक नुकसान
जानकारी के मुकाबिक पश्चिम बंगाल के सुंदरबन, हिंगलगंज एवं हुगली आदि जगहों पर किसानों को भारी नुकसान हुआ है, वहीं ओडिशा में भद्रक एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों में फसल-पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं. बंगाल के मुख्य आम क्षेत्र मुर्शिदाबाद और मालदा आदि भी इससे प्रभावित हुए हैं. जिस कारण आने वाले दिनों में आम के दाम महंगें हो सकते हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और बिहार, गुजरात की तरह ही आम पश्चिम बंगाल राज्य का सबसे महत्वपूर्ण फल है. राज्य अधिकांश जिलों में में इसकी खेती की जाती है. ऐसे में अम्फान से हुए भारी नुकसान के बाद किसानों ने अब सरकार से मदद की गुहार लगाई है. सोशल मीडिया के सहारे किसान अपनी बात सरकार तक रखने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार से सहायता राशि की मांग करते हुए किसानों ने कहा कि अम्फान से हुए नुकसान की भरपाई हो रही है, लेकिन किसानों के लिए अभी तक किसी तरह की मदद की खबर नहीं आयी है.
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