कृषि विभाग द्वारा हाई अलर्ट जारी करने के बाद अचानक ही देशभर में टिड्डियों के हमले की अफवाह फैल गई है. सोशल मीडिया के सहारे साझा होने वाली तस्वीरों ने किसानों में हड़कंप मचा दिया. तरह-तरह की तस्वीरों के सहारे न सिर्फ टिड्डियों के हमले की चेतावनी दी जाने लगी, बल्कि फसलों को बचाने के उपाय भी बताए जाने लगे.
इन राज्यों में स्थिती गंभीर
अभी तक की प्राप्त जानकारी के मुताबिक झांसी जिले से आगे टिड्डियां का दल नहीं पहुंचा है. कुछ खबरों के मुताबिक राजस्थान से होते हुए दिल्ली की तरफ सैंकड़ों की तादाद में टिड्डियां पहुंच रही है. फिलहाल केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक राजस्थान, गुजरात और में महाराष्ट्र में इनका प्रकोप किसानों की फसलों पर पड़ा है. उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी इनके सक्रिय होने की खबरों ने अफरा-तफरी मचा दी है.
राजस्थान में किसानों के निकले आंसू
लॉकडाउन के कारण पहले से ही घाटा सह रहे किसानों को अब टिड्डियों के हमले ने रूला दिया है. स्थानीय अखबारों के मुताबिक यहां राजधानी जयपुर सहित 19 जिलों में लगभग 10 करोड़ टिड्डियों का हमला किसानों की फसलों पर पड़ा है. सबसे अधिक नुकसान खेतों में खड़ी फसलों को हो रहा है. किसानों के मुताबिक हरे-भरे खेतों में जब करोड़ों की तादाद में टिड्डे इकट्ठे होते हैं तो उनका हमला सामान्य कीट-पतंगों के मुकाबले कई गुणा अधिक भीषण हो जाता है. पौधों का भोग करते हुए ये आगे की तरफ बढ़ जाते हैं.
पाकिस्तान से आई टिड्डियां
टिड्डियों का हमला सबसे पहले पाकिस्तान की सीमा से सटे जैसलमेर में हुआ. यहां के किसानों के अनुसार एक ही बार में सैंकडों की तादाद में पाकिस्तान से टिड्डियों ने उनकी फसलों पर धावा बोला. इससे पहले कोई कुछ समझ पाता फसलों और पशुओं के चारे को टिड्डियों ने चट कर दिया.
कैसे भगाएं टिड्डियों को
टिड्डियों से फसलों की सुरक्षा करने के लिए कृषि विभाग कीटनाशकों का छिड़काव करवा रही है. हालांकि आप भी अपने स्तर पर कुछ प्रयास कर सकते हैं. अगर टिड्डियों का हमला होता है तो तेज आवाज़ में बर्तन आदि बजाकर या पटाखों को फोड़कर उन्हें भगाने का प्रयास करें.
(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)
ये खबर भी पढ़े: मन्दसौर प्रशासन की अनोखी पहल, किसानों को तिलक लगाकर माला पहनाकर किया जा रहा स्वागत