चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार दूसरी बार कृषि मेले को वर्चुअल रूप से आयोजित करेगा. विश्वविद्यालय कोरोना काल को देखते हुए विवि ने यह फैसला लिया है. गौरतलब है कि इस बार के खरीफ कृषि मेले का मुख्य विषय फसलों में विविधीकरण रखा गया है, ताकि किसान जागरूक हों और अपने खेतों से अधिक से अधिक आमदनी हासिल करें. आपकी जानकारी के लिए बता दें, कि इस बार 9 व 10 मार्च को एचएयू का खरीफ कृषि मेला आयोजित होगा.
रबी फसलों का करवाया जाएगा वर्चुअल भ्रमण
इस वर्चुअल मेले के लिए एक वेब प्लेटफार्म बनाया जाएगा जिसके द्वारा चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, लाला लाजपतराय पशु चिकित्सा एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के विभिन्न विभागों, कृषि संबंधी प्राइवेट फर्मों एवं सरकारी विभागों की वर्चुअल प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. इसके अलावा वर्चुअल मेले के माध्यम से किसानों को विश्वविद्यालय के कृषि अनुसंधान फार्म में खड़ी रबी फसलों का वर्चुअल भ्रमण भी करवाया जाएगा. साथ ही इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसान विश्वविद्यालय के खरीफ फसलों के बीजों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कर सकेंगे.
स्टाल के लिए ऑनलाइन करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
जो सरकारी विभाग एवं प्राइवेट कंपनियां अपनी योजनाओं एवं उत्पादों को इस वर्चुअल मेले के माध्यम से देश के समस्त किसानों तक पहुंचाना चाहते हैं तो वह अपना ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
किसानों को किया जाएगा सम्मानित
खेती में विशेष योगदान देने वाले हर जिले के एक प्रगतिशील किसान को कृषि विज्ञान केन्द्र पर ही सम्मानित किया जाएगा.