Titar Farming: किसानों के लिए है बेहद फायदेमंद तीतर पालन, कम लागत में होगी मोटी कमाई ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 27 November, 2021 12:32 PM IST
NCDEX

एक वेबिनार को संबोधित कर रहे कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि हमारा देश 360 लाख गांठ कपास उत्पादन के साथ पहले स्थान पर हैं, जो विश्व उत्पादन का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा बनता है. हम भारत में उगाये गये अपने कपास उत्पाद के शुद्ध निर्यातक हैं.

हालांकि, हमें अब कपास की उत्पादकता बढ़ाने और हमारे किसानों द्वारा उगाए गए कपास की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए तेजी से कदम उठाने होंगे. उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते के संदर्भ में विकसित देशों के साथ बातचीत जारी है. यह सूती कपड़ा क्षेत्र के लिए प्रतिस्पर्धा का समान अवसर प्रदान करने और व्यापक अवसर प्रदान करने में मदद करेगा.

वहीं दूसरी तरफ MCX पर रिकॉर्ड हाई बनाने के बाद कॉटन में मुनाफावसूली देखने को मिल रही थी, लेकिन पिछले एक हफ्तों में फिर से इसमें अच्छी खरीदारी लौटी है. जिसको लेकर बाजारों में शांति व्यवस्था बनी हुई है. अक्तूबर में अच्छे Arrival डाटा के बावजूद कीमतों में भाव एकबार फिर 32,000 के पार निकल गया है. ऐसे में अन्य कमोडिटी कॉटन को लेकर क्या स्ट्रैटेजी रखनी चाहिए आइये इस पर बात करते हैं.

पिछले साल के मुकाबले भाव हुई करीब दोगुनी

सिर्फ 3 महीने में कीमतों में करीब 25% की बढ़ोतरी देखने को मिली है. टेक्सटाइल्स मिलों की तरफ से अब भी मांग मजबूत बनी हुई है. CAI के मुताबिक, Oct  में घरेलू उत्पादन में 15% की बढ़ोतरी देखने को मिली है और यह 31.12 लाख गांठ रही है. इस साल भी उत्पादन 2% बढ़कर 360.13 लाख गांठ रहने की संभावना है.

NCDEX पर गम का भाव 11,000 के ऊपर

हालांकि, CAI  ने चालू सीजन में एक्सपोर्ट में 38% गिरावट का अनुमान जताया है. US में कॉटन की फसल कमजोर रहने की संभावना है. इस बीच कल की बड़ी गिरावट के बाद ग्वार में आज खरीदारी का रुझान देखने को मिल रही है. NCDEX  पर गम का भाव 11,000 के ऊपर निकला है. ग्वार सीड में भी करीब एक परसेंट की तेजी देखने को मिल रहा है. कमजोर फसल और मजबूत मांग से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है.

इधर बेस मेटल्स की चमक बढ़ी है. एल्युमिनियम, निकेल और जिंक में एक-एक परसेंट की शानदार बढ़त देखने को मिल रही है. कॉपर और लेड में भी खरीदारी का रुझान देखने को मिल रही है. US के मजबूत आंकड़ों से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है.

ये भी पढ़ें: कपास उत्पादक देशों पर मंडरा रहा है जलवायु परिवर्तन का खतरा

सोने में आज हरे निशान में कारोबार हो रहा है, लेकिन कॉमेक्स पर भाव अब भी 1800 डॉलर के नीचे है. US  टेंपरिंग के संकेतों से ऊपरी स्तर पर दबाव देखने को मिल रहा है. वहीं MCX  पर चांदी 63,000 के लेवल पर नजर आ रहा है.

एनसीडीईएक्स क्या है? (What is NCDEX?)

एनसीडीईएक्स यानि नेशनल कमोडिटी एण्ड डेरिवेटिव्ज एक्सचेंज, भारत का ऑनलाइन कमोडिटी ट्रेडिंग एक्सचेंज (वस्तुओं के विनिमय का कारोबार) है, जो विशेषरूप से कृषि उत्पादों में व्यापार के लिए बनाया गया है.

यह वायदा व्यापार के मूल्य और संख्या के संदर्भ में, एनसीडीईएक्स एमसीएक्स से दूसरे स्थान पर आता है. हालांकि, इसका मुख्यालय मुंबई में है, यह देश भर में स्थित अपने कई कार्यालयों के माध्यम से काम करता है. इसके अलावा, यह कृषि वस्तुओं पर कुल व्यापार का 75-80 प्रतिशत नियंत्रित करता है.

English Summary: Gum price crosses 11,000 on NCDEX
Published on: 27 November 2021, 12:38 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now