Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 11 March, 2023 11:00 AM IST
जड़ी-बूटी के मदद से थन सूजन की दवा की निर्माण

Gujrat: गुजरात के एक किसान ने अपने सूझबूझ से ऐसी दवा को तैयार किया है, जो दुधारू मवेशियों में होने वाली गंभीर बीमारी थन सूजन का अचूक इलाज कर सकती है. यह दवा पूरी तरह से हर्बल है और इसका नाम मस्टीरेक जेल है. गुजरात के जिस किसान के स्वदेशी ज्ञान के आधार पर इस दवा का निर्माण किया है उनका नाम बेचरभाई समर्थभाई देवगानिया है. इस किसान के स्वदेशी ज्ञान प्रणाली का उपयोग करते हुए सरकारी संस्था नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन की मदद से इस मस्टीरेक जेल को तैयार किया है.

थन सूजन या मास्टिटिस पशुओं में होने वाली एक आम संक्रामक बीमारी है, जो दूध की क्वालिटी में गिरावट लाने के कारण उत्पादकता को प्रभावित करती है और जो किसानों की आय को भी प्रभावित करती है. इस बीमारी से संक्रमित पशुओं का एंटीबायोटिक दवाओं से उपचार लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकता है.

नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन भारत सरकार की संस्था है जो विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग के अंतर्गत काम करती है. यह फाउंडेशन किसानों के ज्ञान को बढ़ाने और विभिन्न तरीकों का उपयोग कर कुछ नया करने और बनाने पर जोर देता है. बेचरभाई ने इस जेल को बनाने के लिए अपने तरीके को ज्ञान फाउंडेशन से साझा किया, जिसके बाद यह दवा विकसित की गई. बेचरभाई ने स्थानीय स्तर पर हर्बल जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल कर थन सूजन की दवा बनाई थी. इस दवा को संक्रमित हिस्से पर लगाने के बाद बेहद अच्छा प्रभाव देखा गया. इसका पेटेंट किसान समर्थभाई देवगानिया के पास ही है.

यह पाया गया कि सोमैटिक सेल काउंट (एससीसी) को यह दवा कम कर सकती है और दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार कर सकती है. सोमैटिक सेल काउंट विश्व स्तर पर एक पैरामीटर है और इसके आधार पर ही थन सूजन बीमारी का संक्रमण देखा परखा जाता है. मस्टीरेट जेल एक पॉलीहर्बल दवा है जो थन में हानिकारक सूजन को कम करती है.

ये भी पढ़ेंः गुजरात के किसानों के लिए खुशखबरी, साल के अंत तक आय होगी दोगुनी, जानिए कैसे?

इस दवा को बनाने वाली कंपनी देश के अलग-अलग हिस्सों में मस्टीरेक जेल का निर्माण और वितरण कर रही है. देश के आठ राज्यों- गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में डेयरी मालिकों को मस्टीरेक-एंटीमास्टाइटिस हर्बल दवा का उपयोग करने से लाभ हुआ है. इसने एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग कम कर दिया है और इस बीमारी का कम खर्च में इलाज करने में मदद की है.

English Summary: Gujarat farmer made medicine for swelling using herbal
Published on: 11 March 2023, 10:42 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now