Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 March, 2022 4:30 PM IST
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बेहतरीन कदम उठाया

प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने बेहतरीन कदम उठाया है. ऐसे में प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी ख़बर आई है. आपको बता दें कि कृषि मंत्रालय ने देश में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन के लिए एक नई केंद्रीय योजना के साथ तैयार है.

सूत्रों के हवाले से मिली ख़बरों के मुताबिक, इस योजना पर अनुमानत: 2,500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इस प्रस्तावित नई योजना को जल्द मंत्रिमंडल की मंजूरी के लिए रखा जाएगा.

प्रधानमंत्री ने पिछले साल दिसंबर में गुजरात में प्राकृतिक खेती पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि उर्वरक और कीटनाशक आधारित खेती के विकल्प की तलाश करने की जरूरत है. उसके कुछ माह बाद यह नई योजना बनाई गई है. वहीँ दूसरी और अमित शाह ने रासायनिक खेती के दुर्प्रभाव को लेकर लोगों के बीच जागरूकता भी फैलाई थी और कहा रासायनिक खाद का कम से कम उपयोग करें और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दें. इससे मानव शरीर पर भी किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और मिट्टी की उर्वरक क्षमता भी बढ़ेगी.

प्राकृतिक खेती का कोई ‘साइड इफेक्ट’ नहीं (No 'side effects' of organic farming)

प्रधानमंत्री ने प्राकृतिक खेती को लेकर कहा अधिक उत्पाद और अच्छी गुणवत्ता के लिए यह बेहतर विकल्प है. जिनका कोई ‘साइड इफेक्ट’ नहीं होता. 

‘‘हितधारकों के साथ कई दौर की बातचीत के बाद प्राकृतिक खेती पर एक योजना का ढांचा तैयार किया गया है. इस योजना का मकसद खेती की मौजूदा प्रणाली को बाधित किए बिना प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देना है.’’ ताकि किसानों के साथ-साथ कृषि व्यवस्था को भी किसी तरह का कोई नुकसान ना हो और एक बेहतर विकल्प किसान भाइयों को मिल सके.

ये भी पढ़ें: गुलाबी सुंडी से फसल को बचाने के लिए तैयारियां शुरू, पढ़िए क्या है नया तरीका?

आम बजट 2022 में भी शामिल थी प्राकृतिक खेती (Natural farming was also included in the general budget 2022)

इस बार के आम बजट में भी प्राकृतिक खेती को लेकर वित्त मंत्री ने काफी जोर दिया है. आने वाले समय की मांग और परिस्थिति को देखते हुए यह कहा गया कि यह किसानों के लिए बेहतर विकल्प बन के सामने आएगा. जिसको लेकर सरकार ने अपनी और से भी कई कदम उठाए हैं.

इसके अलावा उन्हें विस्तारित सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी. उल्लेखनीय है कि सरकार ने आम बजट 2022 में देशभर में रसायन-मुक्त प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की घोषणा की थी. इसकी शुरुआत गंगा नदी के साथ पांच किलोमीटर के गलियारे वाले खेतों के साथ होनी थी.

English Summary: Government will spend 2500 crore rupees to promote natural farming, know what is the government's plan
Published on: 09 March 2022, 04:36 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now