दुनियाभर में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैला, जिसने कई लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है. सरकार द्वारा देशभर में लॉकडाउन लगाया गया, ताकि इस महामारी के संक्रमण से लोगों को बचाया जा सके. जब देश पर कोरोना का संकट छाया, तो किसानों को रबी फसलों की कटाई, आने वाले सीजन की फसलों की बुवाई और गेहूं की सरकारी खरीद भी करनी थी. ऐसे में किसानों को खेतीबाड़ी में नुकसान न हो, इसलिए सरकार ने कृषि कार्यों में छूट दे दी गई लेकिन इस दौरान कहीं न कहीं चूक हो गई.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं की सरकारी खरीदी का काम शुरू हो चुका था, लेकिन ईंटखेड़ी के पास स्थित कोलाग्राम में एक किसान कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है. इसके बाद आस-पास के 70 लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा गया है. फिलहाल, प्रशासन ने अगले आदेश तक गेहूं की सरकारी खरीदी पर रोक लगा दी है.
प्रशासन हुआ सख्त
इस मामले के बाद प्रशासन काफी सख्त हो गया है. उसका कहना है कि जो भी किसान गेहूं केंद्र पर फसल लेकर आएगा, उन सभी का पहले तापमान चेक किया जाएगा. इसके बाद गेहूं केंद्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. इसके साथ ही किसान को बिना संपर्क में आए गेहूं को तुलवाना होगा. इसके लिए पर्ची उपलब्ध कराई जाएगी. इतना ही नहीं, यहां किसानों को सैनेटाइज़ कराने की व्यवस्था की गई है, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कराया जाएगा. प्रशासन पूरा ध्यान रखेगा कि गेहूं खरीद के वक्त किसानों दूरी बनाकर रखें. बता दें कि किसानों को मैसेज द्वारा खरीद की जानकारी दी जा रही है, ताकि मंडी में अधिक भीड़ न हो.
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