मोदी सरकार द्वारा किसान, श्रमिक, गरीब, बुजुर्ग समेत कई ज़रूतमंदों के लिए तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं. इनमें कई बीमा और पेंशन योजनाएं भी शमिल हैं. इसके द्वारा किसान, गरीब, मजदूर, बुजुर्ग समेत कई ज़रूतमंद लोगों की आर्थिक मदद की जाती है. ऐसा माना जा रहा है कि एक बार फिर मोदी सरकार कोई अहम कदम उठाने जा रही है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार जल्द ही असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और कम आय वर्ग के लोगों के लिए एक बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है. इसका लक्ष्य सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित प्रदान करना होगा. बताया जा रहा है कि सरकार को भारतीय पेंशन निधि और विनियामक प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने एक सुझाव दिया है. पीएफआरडीए ने सुझाव दिया है कि श्रमिकों और कम आय वर्ग के लोगों के लिए एक समग्र योजना बनाई जाए, जो कि बीमा और पेंशन, दोनों के लाभ दे सके.
इन योजनाएं को मिलाकर बनाएं योजना
पीएपआरडीए के कहा है कि सरकार प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, सुरक्षा बीमा योजना और अटल पेंशन योजना को मिलाकर एक समग्र पेंशन योजना बना सकती है. इस योजना का प्रबंध ऐसा किया जाए, जिससे अटल पेंशन योजना का हिस्सा पीएफआरडीए के पास आ जाए और बीमा का हिस्सा बीमा कंपनी के पास चला जाए. उनका मानना है कि ये सभी योजनाएं एक साथ आ सकती हैं, क्योंकि वैसे भी इन योजनाओं की दरें काफी कम है. ऐसे में मंत्रालय के साथ इन योजनाओं को मिलाया जा सकता है और एक समग्र योजना बनाई जा सकती है.
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की अटल पेंशन योजना ने अपने 5 साल पूरे किए हैं. इस योजना के तहत अंशधारकों की संख्या करीब 2.2 करोड़ से ऊपर हो गई है. इसका उद्देश्य है कि वृद्धावस्था में आय सुरक्षा प्रदान की जाए. यह केवल 42 रुपए के मामूली प्रीमियम से शुरू होने वाली योजना है.
इस तरह प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और जीवन ज्योति बीमा योजना में भी 12 और 330 रुपए का सालाना प्रीमियम लगता है. ये योजनाएं 2-2 लाख रुपए का कवर देती हैं, जिनका लाभ 18 से 70 साल तक की उम्र का व्यक्ति उठा सकता है.
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