10 वर्ष पुरानी आदिवासी पत्रिका 'ककसाड़' के नवीनतम संस्करण का कृषि जागरण के केजे चौपाल में हुआ विमोचन ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा बढ़ा, 7.5% अधिक हुई बुवाई, बंपर उत्पादन होने का अनुमान Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 31 May, 2023 5:19 PM IST

सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मंगलवार को केबिनेट की मीटिंग के बाद मीडिया से कहा कि भारत सरकार देश में अनाज के भंडारण के लिए दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण योजना लाने जा रही है.

ठाकुर ने कहा यह योजना सहकारी क्षेत्र में सबसे बड़ी योजना होगी और इसके लिए सरकार ने लगभग 1 लाख करोड़ का बजट रखा है. इस योजना के तहत सरकार देश के हर ब्लॉक में 2000 टन की क्षमता वाला गोडाउन भी तैयार करेगी, जिसके लिए एक अंतर मंत्रालय समिति भी बनाई जाएगी.

प्रसारण मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत सरकार देश में खाद्य भंडारण क्षमता को 700 लाख तक पहुंचाने का उद्देश्य है जो अभी 1450 लाख टन तक है. उन्होंने कहा कि आने वाले अगले 5 साल तक हमारा लक्ष्य इस क्षमता को 2150 लाख टन तक पहुंचाना है.

अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के हित में हमेशा कोई न कोई बड़ा कदम लेते रहते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने देश में हो रही अनाज के भंडारण की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया है.

ठाकुर ने कहा कि हमारे इस कदम से देश में अनाज का भंडारण बढ़ने से अनाज का नुकसान कम होगा और इससे किसानों पर अनाज को ढोने का दबाव भी कम रहेगा. यह योजना देश में अनाज के होने वाले आयात को भी कम करेगी और देश के युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी.

ये भी पढ़ें: गुरुमुख सिंह ने रासायनिक खेती छोड़ अपनाई जैविक खेती, लोगों के लिए बने प्रेरणा के स्त्रोत

वर्तमान में भारत में कुल 65000 सहकारी समितियां हैं. भारत एक वर्ष में लगभग 3,100 लाख टन खाद्यान्न का उत्पादन करता है. देश की मौजूदा गोदाम सुविधाएं केवल 47 फीसदी तक ही उपज का भंडारण कर सकती हैं.

English Summary: Government approves world's largest food storage scheme in the cooperative sector, allocates Rs 1 lakh crore
Published on: 31 May 2023, 05:24 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now