दिल्ली मार्च के लिए निकले किसानों के आगे आखिरकार सरकार को झुकना ही पड़ा. जो पुलिस कल तक सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर किसानों के साथ हिंसक झड़प करने पर उतारू थी, अब उन्हें दिल्ली आने की अनुमती दे दी गयी है. जी हां, किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी मैदान में आने की अनुमति मिल चुकी है. किसानों के राजधानी आने की खबर मिलते ही दिल्ली सरकार उनके स्वागत और सत्कार में लग गई है. फिलहाल किसानों के रहने खाने, पीने और दवाई का बंदोबस्त दिल्ली सरकार ने अपने खर्चे पर करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां किसानों के लिए शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, मोबाइल टॉयलेट और जलावन की व्यवस्था करवाई है.
क्या है किसानों की अगली योजना?
किसानों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो हर हाल में दिल्ली के रामलीला मैदान में जाएंगें, लेकिन फिलहाल कुछ समय के लिए बुराड़ी में रुककर ही हरियाणा में फंसे किसानों का इतेंजार किया जाएगा.
कई कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर के कई कॉलेजों में परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है, जिससे बाहर से आने वाले छात्रों की मुश्किलें बढ़ गई है. फिलहाल छात्रों को समझ नहीं आ रहा कि परिक्षाओं के लिए दिल्ली में रुका जाए या नहीं, क्योंकि कॉलेज की तरफ से परीक्षाओं की अगली तारीख क्या होगी, कुछ नहीं बताया गया है.
आंदोलन को देखते हुए प्रशासन ने किए विशेष प्रबंध
किसान आंदोलन को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर कई विशेष बदलाव किए गए हैं. यातायात मार्गों को बदलते हुए वाहनों की भारी तलाशी ली जा रही है. वहीं किसी तरह के गड़बड़ी को रोकने के लिए सीआईएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है. रिंग रोड, मुकरबा चौक, जीटीके रोड, एनएच- 44 और सिंधु बॉर्डर पर सबसे ज्यादा भीड़ है. पुलिस इन रास्तों पर न जाने की सलाह दे रही है.
दिल्ली की शांति व्यवस्था के लिए पुलिस मुस्तैद
किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने कहा है कि हम राजधानी में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं, किसी भी तरह की अराजकता फैलाने पर कड़ी कार्रवाई होगी. पुलिस ने कहा कि वो आशा करती है कि राजधानी में शांति बनाए रखने में किसान संगठन उनका सहयोग करेंगें.