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Updated on: 29 September, 2021 4:16 PM IST
Agriculture News

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने मंगलवार को नई दिल्ली स्थित कृषि भवन कार्यालय में अमूल शहद के शुभारंभ कार्यक्रम में भाग लिया. कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मत्स्य व पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, कृषि राज्यमंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे उपस्थित रहे.

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि देश में समेकित कृषि प्रणाली के हिस्से के रूप में मधुमक्खी पालन के महत्व को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने आत्मनिर्भर भारत योजना के भाग के रूप में राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन के लिए 3 वर्ष हेतु 500 करोड़ रुपए आवंटित किए है. इसी दिशा में गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ लिमिटेड और राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के सहयोग से अमूल शहद का शुभारंभ किया गया.

कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मीठी क्रांति के लक्ष्य को प्राप्त करने एवं वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन के समग्र प्रोत्साहन और विकास के लिए राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड के माध्यम से योजनाएं लागू की जा रही है. इसका मुख्य उद्देश्य कृषि और गैर कृषि परिवारों के लिए आमदनी और रोजगार संवर्धन के उद्देश्य से मधुमक्खी पालन उद्योग के समग्र विकास को प्रोत्साहन देना, कृषि व बागवानी उत्पादन को बढ़ाना और मधुमक्खी पालन के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण है.

कैलाश चौधरी ने कहा कि मधुमक्खी पालन को लेकर जागरूकता और क्षमता निर्माण, मधुमक्खी पालन के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण, आय बढ़ाने में तकनीक का मधुमक्खियों पर प्रभाव और कृषि व बागवानी उत्पाद की गुणवत्ता में सुधार के लिए एनबीएचएम के अंतर्गत 2,560 लाख रुपये की 11 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है.

उच्च पोषण वाली 35 फसल की किस्मों का विमोचन

इससे पहले केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष गुणों वाली 35 फसल प्रजातियों का विमोचन कार्यक्रम में भाग लिया. वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान, रायपुर का नवनिर्मित परिसर राष्ट्र को समर्पित किया एवं स्वच्छ हरित परिसर पुरस्कारों का वितरण भी किया.

कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि जलवायु परिवर्तन और कुपोषण की चुनौतियों के समाधान के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा उच्च पोषक तत्त्व सामग्री वाली 35 फसल की किस्मों को 2021 में विकसित किया गया है.

 कार्यक्रम में कृषि भवन से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला, केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे उपस्थित रहे.

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English Summary: Government allocated Rs 500 crore for Beekeeping and Honey Mission
Published on: 29 September 2021, 04:23 PM IST

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