भारतीय स्टेट बैंक, जो देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का ऋणदाता है, अपने ग्राहकों के लिए कई योजनाएं लेकर आता है, जो अपने पैसे को जोखिम में डाले बिना एक सुरक्षित भविष्य चाहते हैं. भारत में बहुत से लोग स्टॉक और क्रिप्टोकरेंसी जैसी जोखिम वाली संपत्तियों में निवेश नहीं करना चाहते हैं, विशेषकर वर्तमान में चल रही स्थिति को देखकर तो बिलकुल नहीं, क्योंकि महंगाई और अन्य कारणों से बाजार में गिरावट देखने को मिलती है. जिससे निवेशको के पैसे डूबने का खतरा रहता है.
भारतीय, विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिक और मध्यम वर्ग, अपना पैसा बचत स्कीम में लगाना पसंद करते हैं, जो बाजार की परिस्थितियों के साथ नहीं बदलते हैं और किसी भी जोखिम के अधीन नहीं हैं. ग्राहकों की इन मांगों को पूरा करने के लिए भारतीय स्टेट बैंक ने SBI Annuity Scheme शुरू की है.
(SBI Annuity Scheme)एसबीआई वार्षिकी जमा योजना क्या है
SBI वार्षिकी जमा योजना एक ऐसी पॉलिसी है, जिसके तहत ग्राहक एक बार पैसा जमा करके मासिक आय प्राप्त कर सकते हैं. SBI कहता है कि "इस योजना के तहत, ग्राहक द्वारा एक निश्चित अवधि में राशि जमा की जाती है जो ग्राहक को समान मासिक किस्त में चुकाई जाती है”. यानि की ग्राहक अभी इस स्कीम में पैसा लगाकर भविष्य में हर महीने पैसा पा सकते हैं.
इस योजना का उपयोग करते हुए ग्राहक अपनी एकमुश्त (Lumb sum) जमाराशि के बदले निश्चित मासिक राशि प्राप्त कर सकता है. जिस तारीख को पहला भुगतान किया जाएगा फिर हर महीने उसी तारीख से अगला भुगतान करना होगा. यदि तारीख मौजूद नहीं है (29, 30 और 31), तो इसका भुगतान अगले महीने की पहली तारीख को किया जाएगा.
एसबीआई वार्षिकी जमा योजना की विशेषताएं
- एसबीआई के ग्राहक 36, 60, 84 या 120 महीने की जमा अवधि में इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, यानि कि 3 महीने से लेकर 10 साल तक की पोलिसी ले सकते हैं. जिसके बाद उन्हें रिटर्न मिलना शुरू हो जाएगा.
- SBI वार्षिकी जमा योजना सभी शाखाओं में उपलब्ध है. शाखाओं के बीच हस्तांतरण कर सकते हैं.
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- इस पॉलिसी में संबंधित अवधि के लिए न्यूनतम जमा राशि 1000 रुपये है. इसका मतलब है कि 3 साल की योजना के लिए ग्राहक को कम से कम 36,000 रुपये जमा करने होंगे तथा कोई अधिकतम राशि सीमा नहीं है.
- ब्याज दर वही है जो सार्वजनिक और वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्सड डिपोजिट पर लागू होती है.