उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए इस साल मानसून संतोषजनक नहीं रहा. बता दें कि खरीफ सीजन में फसल की बुवाई के वक्त बारिश ने देरी से दस्तक दी जिसके कारण बुवाई में भी देरी हुई. बची कसर सूखे ने पूरी कर दी. राज्य के कई जिले सुखे की मार झेल रहे हैं.
जिससे अब अनुमान लगाया जा रहा है कि फसल उत्पादन में इसका भारी असर देखने को मिलेगा. उत्तर प्रदेश सरकार ने कमजोर मानसून के मद्देनजर सरसों और रागी के बीज की मुफ्त किट बांटने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. इसके लिए प्रमाणित बीजों पर अनुदान मद में 8.67 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है. जिसके चलते अब राज्य में मुफ्त में सरसों व रागी के बीज आवंटित किए जाएंगे.
मुफ्त में दिए जाएंगे बीज
कम अवधि की सरसों और आम सरसों और रागी के पच्चीस प्रतिशत मुफ्त बीज किट अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदाय के किसानों को और शेष 75 प्रतिशत जिलों में अन्य जातियों के किसानों को वितरित किए जाएंगे. दोनों समूहों में 30 प्रतिशत बीज महिला किसानों को दिया जाएगा. जिसके लिए राज्य सरकार बीजों के मिनीकिट वितरण पर 867 लाख रुपए खर्च करेगी.
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रबी सीजन की शुरूआत होने में अब कुछ ही समय शेष है ऐसे में खरीफ फसल की कटाई भी नवंबर में शुरू हो जाएगी. सरकार मुफ्त में सरसों व रागी के बीज को वितरण इसलिए कर रही है क्योंकि सरसों व रागी अल्पकालिन फसलें हैं. मौसम के कारण हुए नुकसान की भरपाई किसान इन फसलों के माध्यम से कर पाएंगे. आंकड़ें देखें तो अभी राज्य के कई जिले सूखे की मार झेल रहे हैं. कहा जा सकता है कि यह किसानों के पक्ष में एक अहम कदम उठाया गया है.