नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 18 August, 2021 2:48 PM IST
Chautha Anumaan

सरकार और किसानों की मेहनत आज रंग लायी है. सरकार और किसानों ने कड़ी मेहनत कर चुनौतियों का सामना कर देश में खाद्यान्न उत्पादन में सफलता हासिल की है. कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने वर्ष 2020-21 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन का चौथा अग्रिम अनुमान जारी किया है.

देश का खाद्यान्न उत्पादन फसल वर्ष 2020-21 में 3.74 प्रतिशत बढ़कर 308.65 मिलियन टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है. यह 2019-20 के उत्पादन की तुलना में 11.14 मिलियन टन अधिक है. पिछले साल औसत से 24 फीसदी बारिश ज्यादा हुई है जिसका फायदा खरीफ फसलों को हुआ  और चावल सहित सीजन की फसलों के बंपर पैदावार की उम्मीद और बढ़ गई है. वर्ष 2020-21 के दौरान खाद्यान्ना उत्पाटदन विगत पांच वर्षों (2015-16 से 2019-20) के औसत खाद्यान्न, उत्पादन की तुलना में 29.77 मिलियन टन अधिक है। 

कृषि मंत्री का क्या है कहना  – (What to say to the Minister of Agriculture )

कृषि मंत्रालय ने साल 2020 और 2021 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन का चौथा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया हैं. खाद्यान्न का 308.65 मिलियन टन रिकॉर्ड उत्पादन रहने का अनुमान है. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि किसानों के अथक परिश्रम, वैज्ञानिकों की कुशलता और किसान हितैषी नीतियों से देश में रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन हो रहा है.  इस बारे में  कृषि मंत्री की ट्विटर लिंक पर जानकारी दी गयी है  .

https://twitter.com/nstomar/status/1425456246858129414?s=20

गेहूं-चावल का उत्पादन–(Production of wheat and rice)

चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार गेहूं की फसल का उत्पादन रिकॉर्ड  वर्ष 2020-21 में गेहूं- 109.52 मिलियन टन (रिकार्ड) होने का अनुमान है

चावल  का उत्पादन रिकॉर्ड  वर्ष 2020-21 में बढ़कर रिकॉर्ड  122.27 मिलियन टन (रिकार्ड) होने का अनुमान है.

मोटे अनाज का उत्पादन – (Production of coarse cereals)

मोटे अनाज का उत्पादन पहले के चार करोड़ 77.5 लाख टन से बढ़कर 51.15 मिलियन टन होने की संभावना जतायी जा रही है.

दलहनी फसलों  का उत्पादन – (Production of pulses)

दाल की फसल का उत्पादन पिछले साल २०२१ में दो करोड़ 30 लाख 30 हजार टन था दालों का उत्पादन 25.72 मिलियन टन (रिकार्ड) रिकॉर्ड अनुमान लगाया जा रहा है. तुअर दाल का - 4.28 मिलियन टन उत्पादन होने की संभावना है. चना उत्पादन - 11.99 मिलियन टन होने का अनुमान है

तिलहन का उत्पादन- (production of oilseeds)

तिलहन जिसमें तिल, सरसों, मूँगफली, सोयाबीन और सूरजमुखी शामिल है.तिलहन का कुल उत्पादन  36.10 मिलियन टन (रिकार्ड) हो सकता है. मूंगफली का 10.21 मिलियन टन, सोयाबीन का 12.90 मिलियन टन और रेपसीड एवं सरसों का उत्पादन 10.11 मिलियन टन होने का अनुमान है.

गन्ना का उत्पादन–(Production of sugarcane)

गन्ने का उत्पादन रिकार्ड  पिछले साल 37 करोड़ पांच लाख टन था जो अब  बढ़कर 399.25 मिलियन टन  होने का अनुमान है.

कपास का उत्पादन–(Production of cotton)

कपास का उत्पादन रिकार्ड पिछले साल तीन करोड़ 60.7 लाख गांठ था जो अब  घटकर 35.38 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि.ग्रा.) रहने की उम्मीद है.

जूट का उत्पादन–(Production of jute)

जूट का उत्पादन फसल वर्ष 2020-21 में 9.56 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि.ग्रा.) गांठ रहने का अनुमान है, जबकि  उत्पादन पिछले वर्ष 98.7 लाख गांठ था.

कृषि से सम्बंधित जानकारी जानने के लिए जुड़े रहिये कृषि जागरण हिंदी पोर्टल से.

English Summary: fourth advance estimate of main crops for the year 2020-2021 released
Published on: 18 August 2021, 03:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now