8 अप्रैल, 2021 को एफएमसी ने घोषणा की कि यह अप्रैल, 2021 में भारत में आठ राज्यों में प्रमुख कृषि स्कूलों में एक बहुवर्षीय स्कॉलरशिप लॉन्च करेगा. लॉन्च होने वाले एफएमसी साईंस लीडर्स स्कॉलरशिप प्रोग्राम का उद्देश्य उभरते हुए वैज्ञानिकों की रुचि कृषि अनुसंधान में विकसित करने के लिए अवसरों का निर्माण करना है.
50 प्रतिशत स्कॉलरशिप महिला प्रत्याशियों को दी जाएंगी
हर साल कृषि विज्ञान में पीएचडी करने वाले 10 विद्यार्थियों एवं एमएससी करने वाले 10 विद्यार्थियों को मिलाकर कुल 20 स्कॉलरशिप दी जाएंगी. एफएमसी सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों का चयन करने एवं विज्ञान व अनुसंधान में उनकी रुचि विकसित करने के लिए विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर काम करता है. 50 प्रतिशत स्कॉलरशिप्स महिला प्रत्याशियों के लिए रखी गई हैं, ताकि कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान में करियर बनाने के लिए ज्यादा महिलाओं को प्रोत्साहित किया जा सके. यह विविध एवं समावेशी कार्यबल का निर्माण करने के लिए महिला एवं पुरुषों को एक समान अवसर प्रदान करने के एफएमसी के उद्देश्य के अनुरूप है.
प्रमोद थोटा, प्रेसिडेंट, एफएमसी इंडिया ने कहा, ‘‘एफएमसी ने इन-हाउस एक विश्वस्तरीय अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) संगठन का निर्माण किया है, जहां 800 से ज्यादा वैज्ञानिक एवं एसोशिएट कृषि उद्योग में सबसे मजबूत खोज व पाईपलाईंस का मार्गदर्शन करते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत में इस दृष्टिकोण की सततता अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों की विविधता के साथ स्थानीय वैज्ञानिकों के मजबूत समुदाय का विकास करने की हमारी प्रतिभा की कार्ययोजना रेखांकित करती है.’’
स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत, अवार्डीज़ को अपने संपूर्ण विकास के लिए इंटर्नशिप एवं उद्योग में मेंटरशिप दी जाएगी तथा वो कंपनी में पूर्णकालिक रोजगारी के अवसरों में प्राथमिकता पाएंगे.
थोटा ने बताया, ‘‘भारत में आरएंडडी का परिदृश्य उल्लेखनीय दर से बढ़ रहा है और इसे विश्व में सम्मान मिल रहा है. एफएमसी साईंसेस लीडरशिप स्कॉलरशिप प्रोग्राम द्वारा इंटर्नशिप विद्यार्थियों को इस वृद्धि की अग्रिम कतार में खड़े रहने में समर्थ बनाएगा और उन्हें इस क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं के साथ एक विश्वस्तरीय संगठन में काम करने का अवसर मिलेगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि एफएमसी स्कॉलरशिप्स द्वारा हम भारत में आरएंडडी के क्षेत्र में सबसे ज्यादा सक्षम विद्यार्थियों को आकर्षित कर उन्हें एक्सपोज़र देंगे और उनका विकास करेंगे. हमें उम्मीद है कि वो कृषि उद्योग में उत्तम करियर बना सकेंगे और भारत के आरएंडडी में अपना योगदान दे देश को अनुसंधान एवं अभिनवता का केंद्र बनाएंगे.’’
दुनिया की सबसे बड़ी शुद्ध, अभिनव फसल कैमिकल कंपनी के रूप में एफएमसी हर साल अनुसंधान एवं विकास में लाखों डॉलर का निवेश करती है, ताकि किसानों को अनेक कीटों से अपनी फसल की रक्षा करने के लिए कस्टमाईज़्ड समाधान उपलब्ध कराए जा सकें. एफएमसी के वैज्ञानिक नए अणुओं की खोज करने के लिए उत्साहित रहते हैं, तो तकनीक के क्षेत्र में सर्वोत्तम हों. परिणामस्वरूप, प्रोप्रायटरी इंसेक्टिसाईड्स, हर्बीसाईड्स एवं फंगीसाईड्स की एफएमसी की विश्वस्तरीय पाईपलाईन में अनेक नव उत्पादों को 2018 और 2020 में प्रतिष्ठित क्रॉप साईंस फोरम एवं अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ आरएंडडी पाईपलाईन की श्रेणी में सर्वोच्च पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.
एफएमसी के पास हैदराबाद में अत्याधुनिक खोज केमिस्ट्री सेंटर है, जो भारत एवं विश्व के लिए नए अणुओं की खोज में संलग्न है. इसके पास गुजरात में एक आरएंडडी सुविधा है, जो बायलॉजी कार्य की खोज करती है, जिसमें लक्षित कीटों पर अणुओं की टेस्टिंग शामिल है.