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Updated on: 20 October, 2022 4:49 PM IST
इस वर्ष भैया दूज पर्व गोवर्धन पूजा के दिन यानी 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. रक्षाबंधन के बाद भैया दूज ही साल का ऐसा त्योहार है जो बहन-भाई के पवित्र बंधन को चिन्हित करता है. (प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया)

धनतेरस पर अष्टधातू से बने सामान की करें खरीदारी 

23 अक्टूबर को धनतेरस पर्व देशभर में मनाया जाएगा. धनतेरस के पर्व को लोग सोना-चांदी और या अष्टधातू में किसी एक से बने सामान की खरीदारी करते हैं. इस दिन भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है.

'हृदय में संतुष्टि का वास हो'

सपनों को नई उड़ान मिले, हर इच्छा परवान चढ़े, इस धनतेरस आपकी सुख और समृद्धि बढ़े.
मन में खुशियां और हृदय में संतुष्टि का वास हो, जीवन भर धन-वैभव मिले, धनतेरस इतनी खास हो.

24 अक्टूबर को मनाई जाएगी दीपावली

इस साल देशभर में दिवाली 24 अक्टूबर, दिन सोमवार को मनाई जाएगी. हिंदू धर्म में मान्यता है कि इस दिन भगवान राम, सीता और लक्ष्मण 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या वापस लौटे थे. उनके वापस आने की खुशी में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए थे. इसी कारण हर साल इस पर्व को देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है.

बधाई संदेश- मैं माचिस तुम पटाखा

लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार, सोने-चांदी से भर जाएं आपके घर बार.
जीवन में आएं खुशियां अपार,शुभकामनाएं हमारी करें स्वीकार.
मैं माचिस तुम पटाखा अगर दोनों मिल जाएं तो डबल धमाका.

26 अक्टूबर को होगी गोवर्धन पूजा 

दिवाली की अगली सुबह गोवर्धन पूजा की जाती है, लेकिन दिवाली के दिन सूर्य ग्रहण पड़ने के कारण गोवर्धन पूजन इस साल 26 अक्टूबर को होगा. मान्यता है की मूसलाधार बारिश से ब्रजवासियों को बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा से गोवर्धन पर्वत को उठा लिया और इसे सातवें दिन इसे रखा. तभी से यह पर्व हर साल मनाया जाता है.

ये दें बधाई संदेश

लोगों की रक्षा करने को एक उंगली पर पहाड़ उठाया, उसी कन्हैया की याद दिलाने गोवर्धन पूजा का दिन है आया.

गोवर्धन पूजन के दिन ही मनाई जाएगी भैया दूज 

यह पर्व पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का अंतिम दिन होता है. इस वर्ष यह त्योहार गोवर्धन पूजा यानी 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा. रक्षाबंधन के बाद भैया दूज ही साल का ऐसा त्योहार है जो बहन-भाई के पवित्र बंधन को चिन्हित करता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासूर राक्षस का वध कर द्वारिका लौटे थे. इस अवसर बहन सुभद्रा ने उनका तिलक लगाकर स्वागत किया था. तभी से यह त्योहार प्रतिवर्ष मनाया जाता है.

भाई-बहन के पवित्र बंधन के लिए बधाई संदेश-

भैया दूज का त्योहार यकीनन है खास, यूं ही बनी रहे हमेशा रिश्तों में मिठास. बहन चाहे भाई का प्यार, नहीं चाहे महंगे उपहार, रिश्ता अटूट रहे सदियों तक, मिले मेरे भाई को खुशियां अपार.

ये भी पढ़ें: धनतेरस के दिन भूलकर भी न खरीदें ये वस्तु, पड़ सकता है आपके जीवन पर बुरा असर

छठ पूजा से सिद्ध होंगी मनोकामनाएं

यह एक लोकपर्व है. यह सूर्योपसना के लिए प्रसिद्ध है. मान्यता है की छठ पूजा सूर्य, प्रकृति, जल, वायु और उनकी बहन छठी मईया जो बालकों की रक्षक हैं, उनके लिए समर्पित हैं. बिहार और झारखंड के लोग इस पर्व पर व्रत रखते हैं, इस दिन लोग गंगा स्नान कर सूर्यदेव को अर्द्य देते हैं.

बधाई संदेश-

खुशियों का त्योहार आया है, सूर्यदेव से सब जगमाया है, खेत-खलिहान धन और धान, यूं ही बनी रहे आपकी शान.

नोट: प्रस्तुत तथ्य ज्योतिषाचार्यों और पुरोहितों के अनुसार हैं. तथ्यात्मक सुधारों के लिए आप मेल कर सकते हैं.

English Summary: Festival Season 2022 importance of Diwali Bhaiya Duj Govardhan puja chhath puja and its greetings
Published on: 20 October 2022, 05:53 PM IST

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