GFBN Story: गन्ने और केले की स्मार्ट खेती से हिमांशु नाथ ने रचा सफलता का इतिहास, सालाना टर्नओवर 1 करोड़ से ज्यादा! GFBN Story: लाख की खेती से मिलन सिंह विश्वकर्मा को मिली बड़ी पहचान, सालाना कमा रहे हैं भारी मुनाफा! GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 24 September, 2019 5:56 PM IST

केरल का काजू विकास निगम लिमिटेड की पहल की बदौलत अब जल्द ही केरल में बना काजू फेनी अब बाजार में दस्तक देगा. यहां राज्य के स्वामित्व वाले निगम ने कहा कि हमारा उद्देश्य काजू के मूल्यवर्धित उत्पादों के साथ में आना हैं. उन्होंने कहा कि हमने पहले काजू सोडा और जैम को बनाना शुरू कर दिया है यह दोनों काजू एप्पल से बने हुए है. फेनी एक ऐसा उत्पाद है जिसने गोवा में अपनी पहचान बनाई है. इसीलिए हमने ऐसा करने का फैसला लिया है. निगम के अध्यक्ष के मुताबिक सरकार को सौंपी जाने वाली परियोजना की रिपोर्ट तैयार की जा रही है और किसी भी समय काजू से फेनी बनाने का काम शुरू किया जाएगा. जैसे ही राज्य सरकार के द्वारा इसे मंजूरी मिलती है उसको शराब उत्पादन के विभिन्न पहलुओं को अंतिम रूप देने के लिए अबकारी विभाग को भेजा जाएगा.

काजू से बन रहे जैम और एप्पल

काजू का गूदा छह महीने तक ठीक रहता है और जब फेनी का उत्पादन शुरू होगा तो यह उसका प्रमुख घटक होगा. उन्होंने कहा कि काजू के एप्पल से जैम और सोडा के उत्पादन में हमारी पहल ने हमको पुरस्कार दिलाया है. क्योंकि अभी तक जो भी काजू के एप्पल बेकार हो रहे थे. वह कैश प्रोडक्ट में बदल गए थे और अब उपलब्ध काजू के पेड़ों की नई किस्मों के साथ ज्यादा से ज्यादा लोग पौधे लगाने शुरू कर सकते है. काजू उत्पाद के क्षेत्र और उत्पादन के मामले में महाराष्ट्र क्रमश 18 और 33 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है.

केरल में काजू का सर्वाधिक उत्पादन

केरल में काजू का उत्पादन ज्यादा होता है.यहां पर कई छोटे-बड़े काजू के उद्योग है. केरल में काजू का उत्पादन 2008 और 2009 में 42 हजार मीट्रिक टन था. अब यह बढ़कर 25 हजार 600 मीट्रिक टन हो गया है. आज निगम के पास राज्य के 30 काजू कारखाने है और 12 हजार कर्मचारी है. यहां पर कोल्लम स्थित कारखाने में काजू सोडा और जैम का उत्पादन होता है. साथ ही इसकी मांग भी काफी ज्यादा है.

English Summary: Feni' to be made with the help of Kerala cashew nuts
Published on: 24 September 2019, 05:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now