Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 30 November, 2020 11:54 AM IST

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने एक ऐसी योजना पर काम शुरू कर दिया है जिसमें देश में सस्‍ता और स्‍वच्‍छ ईंधन तैयार किया जाएगा. यह सस्ता ईंधन देश के पांच हजार कॉम्प्रेस्ड बायोगैस (Compressed Biogas) प्लांट से निर्मित होगा. इन प्लांट में निवेश के लिए केंद्र सरकार ने दो लाख करोड़ रुपए का निवेश करने की तैयारी की है.

इन एनर्जी कंपनियों से हुआ करार (Petro net LNG MOU)  

एनर्जी कंपनियों जेबीएम ग्रुप, अडानी गैस, पेट्रोनेट एलएनजी आदि के साथ केंद्र सरकार ने एमओयू (MOU) तैयार किया है, जिसमें जैव और फसल अवशेषों (Bio and Crop Residues) से ईंधन तैयार किया जाएगा. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एमओयू (Memorandum of Understanding) पर हस्ताक्षर करते हुए कहा है कि जैव और फसल अवशेषों से तैयार होने वाले ईंधन के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं. जिससे किसानों को फसल अवशेषों से भी काफी फायदा होने वाला है.

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने सतत वैकल्पिक और किफायती परिवहन यानी Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation (SATAT) के लिए स्पष्ट रोडमैप बना लिया है, जिससे स्वच्छ, सस्ता और टिकाऊ ईंधन तैयार किया जाएगा. आपको बता दें कि भारत सरकार की तरफ से 1 अक्टूबर 2018 को परिवहन क्षेत्र के लिए एक वैकल्पिक और स्वच्छ ईंधन के उत्पादन और कॉम्प्रेस्ड बायोगैस (Compressed Bio Gas) प्लांट की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए पहल शुरू की गई थी.

1500 कॉम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री के मुताबिक सतत वैकल्पिक किफायती परिवहन (Sustainable Alternative Towards Affordable Transportation) में भारतीय उद्योग से जुड़े लोगों ने अत्यधिक रुचि दिखाई है. 600 कॉम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट पर पहले से ही काम शुरू हो चुका है, और अब 900 कॉम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हो गए हैं जिससे अब कुल 1500 कॉम्प्रेस्ड बायो गैस (Compressed Bio Gas) प्लांट पर काम चल रहा है. इस योजना के तहत साल 2023 से 2024 तक 5 हजार कॉम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है. एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर होने के बाद इस योजना को सरकार की स्वच्छ ऊर्जा पहल में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है.   

English Summary: Farmers will get tremendous benefit from cheap fuel
Published on: 30 November 2020, 11:57 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now