नवाचार तकनीकों के माध्यम से कृषि क्षेत्र भी मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज के समय में जिस तरह से जनसंख्या बढ़ती जा रही है, उस भोजन आपूर्ति को पूर्ति में बदलना एक गंभीर विषय है. आज के समय में हर कोई नौकरी की तरफ दौड़ रहा है लेकिन सही जानकारी और तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए तो यह आपको लाखों रुपए प्रति माह फायदा दे सकता है.
इसी कड़ी में कृषि जागरण के चौपाल में 11 जुलाई 2022 को एफएमसी कारपोरेशन में कॉर्पोरेट अफेयर्स के डायरेक्टर राजू कपूर जी को आमंत्रित किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कृषि जागरण के एडिटर इन चीफ एम सी डोमिनिक ने सस्टेनेबल एग्रीकल्चर और कृषि क्षेत्र को उन्नति पर पहुंचाने की बात की. जिसपर राजू कपूर ने अपने विचार व्यक्त किए, जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके.
प्रिसिजन फार्मिंग पर किसान दें ध्यान
ऐसे में, कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इन्होंने सबसे ज़्यादा ज़ोर प्रिसिजन फार्मिंग पर दिया क्योंकि इस तरह की कृषि तकनीक को अपनाकर देश के किसानों को इस क्षेत्र में एक नई राह मिल सकती है जिसके लिए इनकी कंपनी यानी FMC काम भी कर रही है.
क्या है प्रिसिजन फार्मिंग
यह एक तरह का फार्मिंग मैनेजमेंट सिस्टम है, जिसमें खेती के हर स्तर पर नई तकनीक का सहारा लिया जाता है. जैसे खेती की मिट्टी को लेकर सही समझ, नए उपकरण, उसके आधार पर बीज का चुनाव और उर्वरक और कीटनाशक का इस्तेमाल आदि. बता दें कि फार्मिंग की इस तकनीक की मदद से खेती में लगने वाली अधिक लागत से बचा जा सकता है.
महिला किसान को मिला बढ़ावा
इसके अलावा, इन्होंने कहा कि "हम कृषि क्षेत्र में अधिक संख्या में महिलाओं को बढ़ावा दे रहे हैं और आने वाले 2027 तक हमारा लक्ष्य है कि इस क्षेत्र में 50 प्रतिशत महिलाएं अपने आप को कृषि में सशक्त बना सकें और आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें".
मधुशक्ति प्रोजेक्ट से महिलाएं बनेगी सशक्त
राजू कपूर आगे कहते हैं कि "हम मधुशक्ति प्रोजेक्ट भी चला रहे हैं जिसमें देश के कोने-कोने से ग्रामीण महिलाओं को आगे ला रहे हैं और उनकी सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रहे हैं".
समर्थ प्रोजेक्ट से ग्रामीणों का हुआ कल्याण
साथ ही, यह समर्थ प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं जिसका मकसद ग्रामीणों को शुद्ध पेय प्रदान करना है. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अभी तक 2 लाख किसान परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्हें Crop protection, Fertilizers, PGRs, Seeds, Animal Nutrition और Health products उत्पादों में काम करने का विविध अनुभव है. इन्होंने विगत में अलग-अलग प्रसिद्ध कॉरपोरेट्स में व्यवसायों और लाभ केंद्रों का नेतृत्व किया है, साथ ही इन्होंने अपने करियर में कई तरह के व्यवसायों का निर्माण और विकास करके उनमें बदलाव भी किए हैं. इसके अलावा खाद्य प्रणालियों और कृषि की स्थिरता में इनका अत्यधिक योगदान है.
साथ ही आपको बता दें जीबी पंत विश्वविद्यालय से कृषि और पशुपालन में ग्रेजुएट राजू कपूर जी ने मार्केटिंग में एम बी ए किया है. यह सार्वजनिक नीति और स्थिरता के मामलों पर एक रेगुलर स्पीकर भी हैं.
Innovation management के लिए प्रसिद्ध राज कपूर, एमएमसी इंडिया से पहले Dow Agro Science से जुड़े थे और दक्षिण एशिया के लिए इसके कॉर्पोरेट मामलों का नेतृत्व करते थे.
ड्रोन टेक्नोलॉजी बन सकता है मुनाफे का सौदा
आखिर में, इस आयोजन को संबोधित करते हुए इन्होंने ड्रोन तकनीक को लेकर कहा कि कहा कि "जिस तरह से हमारे किसान भाई अभी इसको इस्तेमाल कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं ऐसे में हमारा युवा समुदाय इनकी मदद कर सकता है, जो उन्हें उद्यमी बनाने में मदद करेगा".