Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 11 July, 2022 5:55 PM IST
किसान कल्याण को लेकर महत्वपूर्ण बातें

नवाचार तकनीकों के माध्यम से कृषि क्षेत्र भी मुनाफे का सौदा साबित हो सकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि आज के समय में जिस तरह से जनसंख्या बढ़ती जा रही है, उस भोजन आपूर्ति को पूर्ति में बदलना एक गंभीर विषय है. आज के समय में हर कोई नौकरी की तरफ दौड़ रहा है लेकिन सही जानकारी और तकनीकों का इस्तेमाल किया जाए तो यह आपको लाखों रुपए प्रति माह फायदा दे सकता है.

इसी कड़ी में कृषि जागरण के चौपाल में 11 जुलाई 2022 को एफएमसी कारपोरेशन में कॉर्पोरेट अफेयर्स के डायरेक्टर राजू कपूर जी को आमंत्रित किया गया. इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कृषि जागरण के एडिटर इन चीफ एम सी डोमिनिक ने सस्टेनेबल एग्रीकल्चर और कृषि क्षेत्र को उन्नति पर पहुंचाने की बात की. जिसपर राजू कपूर ने अपने विचार व्यक्त किए, जिससे किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके.

प्रिसिजन फार्मिंग पर किसान दें ध्यान

ऐसे मेंकार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए इन्होंने सबसे ज़्यादा ज़ोर प्रिसिजन फार्मिंग पर दिया क्योंकि इस तरह की कृषि तकनीक को अपनाकर देश के किसानों को इस क्षेत्र में एक नई राह मिल सकती है जिसके लिए इनकी कंपनी यानी FMC काम भी कर रही है.

क्या है प्रिसिजन फार्मिंग

यह एक तरह का फार्मिंग मैनेजमेंट सिस्टम हैजिसमें खेती के हर स्तर पर नई तकनीक का सहारा लिया जाता है. जैसे खेती की मिट्टी को लेकर सही समझनए उपकरणउसके आधार पर बीज का चुनाव और उर्वरक और कीटनाशक का इस्तेमाल आदि. बता दें कि फार्मिंग की इस तकनीक की मदद से खेती में लगने वाली अधिक लागत से बचा जा सकता है.

महिला किसान को मिला बढ़ावा 

इसके अलावाइन्होंने कहा कि "हम कृषि क्षेत्र में अधिक संख्या में महिलाओं को बढ़ावा दे रहे हैं और आने वाले 2027 तक हमारा लक्ष्य है कि इस क्षेत्र में 50 प्रतिशत महिलाएं अपने आप को कृषि में सशक्त बना सकें और आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें".

मधुशक्ति प्रोजेक्ट से महिलाएं बनेगी सशक्त 

राजू कपूर आगे कहते हैं कि "हम मधुशक्ति प्रोजेक्ट भी चला रहे हैं जिसमें देश के कोने-कोने से ग्रामीण महिलाओं को आगे ला रहे हैं और उनकी सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रहे हैं".

समर्थ प्रोजेक्ट से ग्रामीणों का हुआ कल्याण

साथ हीयह समर्थ प्रोजेक्ट पर भी काम कर रहे हैं जिसका मकसद ग्रामीणों को शुद्ध पेय प्रदान करना है. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत अभी तक 2 लाख किसान परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है. 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्हें Crop protection, Fertilizers, PGRs, Seeds, Animal Nutrition और  Health products उत्पादों में काम करने का विविध अनुभव है. इन्होंने विगत में अलग-अलग प्रसिद्ध कॉरपोरेट्स में व्यवसायों और लाभ केंद्रों का नेतृत्व किया हैसाथ ही इन्होंने अपने करियर में कई तरह के व्यवसायों का निर्माण और विकास करके उनमें बदलाव भी किए हैं. इसके अलावा खाद्य प्रणालियों और कृषि की स्थिरता में इनका अत्यधिक योगदान है.

साथ ही आपको बता दें जीबी पंत विश्वविद्यालय से कृषि और पशुपालन में ग्रेजुएट राजू कपूर जी ने मार्केटिंग में एम बी ए किया है. यह सार्वजनिक नीति और स्थिरता के मामलों पर एक रेगुलर स्पीकर भी हैं. 

Innovation management के लिए प्रसिद्ध राज कपूरएमएमसी इंडिया से पहले Dow Agro Science से जुड़े थे और दक्षिण एशिया के लिए इसके कॉर्पोरेट मामलों का नेतृत्व करते थे.

ड्रोन टेक्नोलॉजी बन सकता है मुनाफे का सौदा

आखिर मेंइस आयोजन को संबोधित करते हुए इन्होंने ड्रोन तकनीक को लेकर कहा कि कहा कि "जिस तरह से हमारे किसान भाई अभी इसको इस्तेमाल कर पाने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं ऐसे में हमारा युवा समुदाय इनकी मदद कर सकता है, जो उन्हें उद्यमी बनाने में मदद करेगा".

English Summary: Farmers will get profit from these techniques, just have to do this work
Published on: 11 July 2022, 05:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now