3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन हम सभी को याद ही है, लगभग एक साल तक किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर धरना देते रहे. अब फिर से ऐसी ही कुछ तस्वीरें सामने आ सकती हैं. बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) पंजाब में जिला स्तर पर किसान नेताओं के परिसर में CBI की छापेमारी के विरोध में प्रदर्शन करने जा रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ राज्य के हर एक जिले में पुतले जलाएंगे.
आखिर किसान क्यों पर रहे हैं प्रदर्शन
किसान यह धरना प्रदर्शन इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वह किसान नेताओं के संपत्ति पर हुई छापेमारी के खिलाफ थे. बता दें कि 21 फरवरी को सीबीआई ने अपनी राज्यव्यापी छापेमारी में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष और लाखोवाल इकाई के महासचिव अजमेर सिंह लाखोवाल के विभिन्न परिसरों की तलाशी ली थी. जिसमें उनके बेटे हरिंदर सिंह लखोवाल का मोहाली का घर, एक पेट्रोल पंप और पटियाला में रहने वाले भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष सतनाम सिंह बेहरू से जुड़ी संपत्तियां शामिल थीं.
20 मार्च को दिल्ली में होगा प्रदर्शन
शुक्रवार 10 मार्च को पंजाब के लुधियाना में 32 किसान यूनियनों की बैठक हुई जिसमें भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने किसानों की मांगों को पूरा करने में देरी के खिलाफ 20 मार्च को दिल्ली के संसद भवन के निकट धरना पर बैठने का ऐलान किया है.
ये भी पढ़ेंः Punjab में 55 रुपये बढ़ी दूध की खरीद, जानिए कितनी होगी एक लीटर दूध की कीमत
किसानों की चेतावनी को सरकार को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि हम सब किसानों के संकल्प और दृढं निश्चय को 3 कृषि कानूनों के खिलाफ देख ही चुके हैं. किसान लगभग 1 साल से अधिक समय तक धरने पर डटे रहे थे.